रविवार को कही खुली कही बंद रही दुकाने बाजार शांत रहा

रविवार को बाजार खुलने के आदेश प्रशासन ने शनिवार शाम को ही दे दिए थे फिर भी कही दुकाने खुली तो कही बंद रही बाजार मे भी शांति रही

रविवार को कही खुली कही बंद रही दुकाने  बाजार शांत रहा
कही खुली तो कही बंद रही दुकानों की शटर

         KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश 

देवास रविवार को दुुकानें खोलने की छूट के संबंध में शनिवार रात को प्रशासन की तरफ से आदेश जारी कर दिए गए थे। अनुमति के बाद भी बाजार में मिलाजुला असर दिखाई दिया। किसी ने दुकान खोली तो किसी ने स्वेच्छा से ही दुकान बंद रखी। लगातार रविवार को दुकानें बंद रहने से मानो यह लोगों की आदत बन गया है। वहीं सूचना के अभाव में कुछ व्यापारी दुकान खोलने को लेकर असमंजस में रहे।

प्रशासन ने शनिवार रात को जिलेभर में रविवार को दुकान, होटल आदि खोलने की अनुमति के संबंध में आदेश जारी कर दिए थे। रविवार सुबह लंबे समय से बाद बाजार खुले और रौनक नजर आई। दिनभर बाजार में चहल पहल रही, हालांकि कुछ लोगों ने स्वेच्छता से अपनी दुकानें बंद भी रही वहीं कुछ व्यापारी दुकान खोलने को लेकर सूचना के अभाव में असमंजस में रहे। अप्रैल माह में लाकडाउन लगने के बाद से रविवार को दुकान खोलने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में मानो यह लोगों की आदत ही बन गया है। इस वजह से भी छूट के पहले रविवार को कई लोगों ने दुकानें नहीं खोली। आगामी रविवार से पूरा मार्केट खुलने की पूरी संभावना है। पिछले ढाई माह तक रविवार के अलावा अन्य दिनों में भी बाजार बंद रहे। फिर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए निश्चित समय तक किराना, फल व सब्जी विक्रेताओं को अनुमति दी गई। संक्रमण कम होने पर अन्य दुकानें भी खोलने की अनुमति दी जा चुकी है। वहीं संक्रमित मरीज नहीं मिलने वाले जिलों में रविवार को भी बाजार खोलने की अनुमति दी गई है। इस बीच कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है। शारीरिक दूरी के नियम के साथ ही मास्क लगाना अनिवार्य है मगर बाजार में नियमों के पालन को लेकर लापरवाही भी नजर आ रही है। शारीरिक दूरी के नियम का पालन जहां नहीं किया जा रहा है साथ ही मास्क लगाने में भी कोताही बरती जा रही है। बिना मास्क वालों पर एक बार फिर सख्ती करने के साथ ही चालानी कार्रवाई करने की आवश्यकता है। लाकडाउन के दौरान जिस तरह से पुलिस ने जगह जगह चेक पाइंट बनाकर बिना मास्क वालों के चालान बनाए थे और सख्ती दिखाई थी। लोगों के द्वारा अत्यधिक लापरवाही