पौषद व्रत के रूप मे मनाया पर्यूषण पर्व का तीसरा दिन

पौषद व्रत के रूप मे मनाया पर्यूषण पर्व का तीसरा दिन

पौषद व्रत के रूप मे मनाया पर्यूषण पर्व का तीसरा दिन

- आज से प्रारंभ होगा कल्पसूत्र का वाचन

Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर,   

डूंगरपुर। श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के आठ दिवसीय पर्युषण महापर्व के तीसरा दिन पौषद व्र्रत के रूप में मनाया गया तथा सोमवार को कल्पसूत्र का वाचन प्रारंभ होगा। जिसको लेकर कोविड के कारण भगवान महावीर के गर्भ मे आने से पूर्व माता त्रिशला द्वारा देखे गए चौदह स्वप्नो की बोली भी श्रीसंघ द्वारा ऑनलाईन प्रारंभ कर दी गई है। पर्युषण पर्व के तीसरे दिन घाटी स्थित गंभीरा पाश्र्वनाथ मंदिर में स्नात्र पूजा का आयोजन हुआ। जिसमे महिलाओं ने भागीदारी निभाई। इसके अलावा महावीर स्वामी मंदिर, शांतिनाथ जी मंदिर, आदिनाथ जी मंदिर, नैमिनाथ मंदिर, तथा संभवनाथ मंदिर में नित्य कर्म के तहत पूजा अर्चना धूमधाम के साथ हुई। सोमवार को कल्पसूत्र का वाचन प्रारंभ होगा। इससे पूर्व कल्पसूत्र वोराने की बोली लेने वाले लाभार्थी के सानिध्य में गाजे बाजे के साथ उपाश्रय स्थल पर जाया जायेगा। साथ ही पांच प्रकार की ज्ञान पूजाओं का भी मंगलवार को आयोजन होगा। पर्युषण पर्व के तहत प्रात: व रात्रि को प्रतिक्रमण के अलावा भक्ति के कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे है। जिसमे बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी भाग ले रहे है। जिले भर में पर्युषण पर्व को लेकर धार्मिक अनुष्ठानों का दौर अपने यौवन पर है।