प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान द्वारा विद्यार्थियों के लिए इंडस्ट्री विजिट का आयोजन किया गया।
प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान द्वारा विद्यार्थियों के लिए इंडस्ट्री विजिट का आयोजन किया गया।
प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान द्वारा विद्यार्थियों के लिए इंडस्ट्री विजिट का आयोजन किया गया।
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास : प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान द्वारा विद्यार्थियों को इंडस्ट्रियल विजिट कार्यक्रम के तहत ठोस एवं प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, मटेरियल रिकवरी सेंटर नगर निगम देवास के मृत्युंजय जीवनधारा हेल्थ केयर एंड चैरिटेबल ट्रस्ट में विजिट करवाई गई। इस दौरान छात्रों ने इंडस्ट्री की सारी गतिविधियों और कार्य प्रणाली का अवलोकन किया । ट्रस्ट के संयोजक कौचाले व उनकी टीम ने छात्रों के साथ कंपनी की कार्य प्रणाली को साझा किया। यहाँ शहर से एकत्रित कचरे,प्लास्टिक और अन्य पदार्थों को विभिन्न मशीनों द्वारा पृथक करके उनसे कई उपयोगी वस्तुएं बनाई जाती है। प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग करके उनसे टेबल और कुर्सियां बनाई जाती है, नारियल के रेशे और फूलो का उपयोग करके अगरबत्ती और खाद बनाई जाती है ,बालों से द्रव्य खाद बनाई जाती है तथा इस प्रक्रिया में बचे हुए अपशिष्ट पदार्थो का उपयोग कर भी खाद बनाई जाती है जिसकी कीमत बाजार उपलब्ध खाद से बहुत कम होती है| इन सभी मुख्य बिंदुओं के बारे में छात्रों को ट्रस्ट के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा जानकारी प्रदान की गई। डॉ श्वेता पंडित, प्रो अंजलि माधवानी प्रो अर्पित गावशिन्दे, प्रो काजल खेटवानी हर्षवर्धन गुप्ता तथा अमित बरुआ द्वारा विजिट के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया तथा उनके संदेहों को स्पष्ट किया। छात्रों के लिए इस विजिट के बाद कुछ प्रतिस्पर्धाओं की घोषणा भी की गई जिनमें वे प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने औद्योगिक यात्रा के अनुभवों और निष्कर्षो को प्रस्तुत करेंगे। संस्था के निदेशक प्रो डॉ अजित उपाध्याय ने कहा कि इस विजिट के दौरान छात्रों ने अपशिष्ट पदार्थो के महत्त्व तथा स्वच्छ भारत अभियान में जुटी संस्था और उनके कर्मचारियों की कार्य प्रणाली का अवलोकन किया है , जो छात्रों के प्रबंधन कौशल विकास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इस विजिट का मुख्य उद्देश्य छात्रों को नवाचार के लिए प्रेरित करना था इसके साथ ही यह बताते हुए हर्ष हो रहा हैं की छात्रों ने “स्वच्छता अभियान के तहत रेफ्यूस को अपना उत्तरदायित्व माना तथा यह स्वीकार किया कि वह कम से कम कचरे का उत्सर्जन करेंगे। इंडस्ट्री विजिट सैद्धांतिक ज्ञान को औद्योगिक ज्ञान के साथ जोड़ने में मदद करती है तथा इसी उद्देश्य कि पूर्ति के लिए संस्था द्वारा ऐसे आयोजन भविष्य में भी किए जाते रहेंगे।