मोबाईल टावर नही होने से ग्राम नावदा के ग्रामीण जन परेशान, बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित

मोबाईल टावर नही होने से ग्राम नावदा के ग्रामीण जन परेशान, बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित

मोबाईल टावर नही होने से ग्राम नावदा के ग्रामीण जन परेशान, बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित
मोबाईल टावर नही होने से ग्राम नावदा के ग्रामीण जन परेशान, बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। आज के आधुनिक युग में जिले में एक ऐसा गांव है जहां अब भी मोबाइल में नेटवर्क नही आता। जिससे ग्रामीण जनों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। तहसील टोंक खुर्द के ग्राम नावदा के ग्रामीण जन विगत दो से अधिक वर्षो से मोबाइल टावर लगवाने की मांग को लेकर आवेदन देते आ रहे है, लेकिन आज तक सुनवाई नही हुई। ग्रामीण जन टावर लगवाए जाने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और जनसुनवाई में आवेदन देकर कलेक्टर को इस समस्या अवगत कराया। गांव के नगजीराम सूर्यवंशी ने बताया कि हम ग्रामीण जन लंबे समय से मोबाईल टावर की मांग करते आ रहे है। कई बार कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन दे चुके है, सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत कर चुके है, मगर सुनवाई नही हुई। पर्याप्त नेटवर्क नही होने से विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित होने के साथ ही किसानों को आने वाले फसल व खेती से संबंधित संदेश भी नहीं मिल पाते है। कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है कि लोगों को फोन पर चढक़र बात करना पड़ती है। ग्रामीणजन अपने सगे संबंधी का हालचाल भी नही पूछ पाते। गांव की आबादी करीबन 2500 के आसपास है। वर्तमान में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। ग्रामीण जनों ने भी वैक्सीन लगवाई, लेकिन नेटवर्क नही होने से वैक्सीनेशन के संदेश नहीं आ पाए। नेटवर्क नहीं होने के कारण नेट बैंकिंग तथा शासन की अनेकों योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। हमारा गांव एबी रोड़ से लगा हुआ है। लेकिन गांव के लिए संकेतक बोर्ड भी नही लगाया गया है। इससे गांव में आने जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। ग्रामीण जनों ने कलेक्टर से मांग की है कि अति शीघ्र गांव में मोबाइल टावर एवं सांकेतिक बोर्ड लगाने हेतु निर्देशित करे। इस दौरान शिवपाल सिंह गौड़, योगेश जोशी, संदीप पटेल, शुभम मेहता, भगवान सिंह सिसोदिया, युवराज सिंह, राकेश बागवान, अभिषेक मेहता, बजपाल सिंह गौड़, भूपेन्द्र राठौर, शुभम सिंह गौड़, तेजू लाल, कमल पटेल, सोनू पटेल, संजय पांचाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।