महज़ वृक्षारोपण ही नहीं, संरक्षण-संवर्धन भी महत्ती आवश्यकता : के.के.गुप्ता

महज़ वृक्षारोपण ही नहीं, संरक्षण-संवर्धन भी महत्ती आवश्यकता : के.के.गुप्ता

महज़ वृक्षारोपण ही नहीं, संरक्षण-संवर्धन भी महत्ती आवश्यकता : के.के.गुप्ता

- पूर्ण स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर गुप्ता के सानिध्य में पर्यावरण प्रेमियों ने किया प्रकृति वन्दन

Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर राजस्थान

डूंगरपुर। सिर्फ पौधे को रोपना ही काफ़ी नहीं है, उनका लालन-पालन भी जरूरी है। यह बात डूंगरपुर के पूर्व सभापति के.के.गुप्ता ने रविवार को गुलाबबाग में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की ओर से आयोजित प्रकृति वन्दन कार्यक्रम में कहीं। आज हमारे देशवासी वनों तथा वृक्षों की महत्ता को एक स्वर से स्वीकार कर रहे हैं वन महोत्सव हमारे राष्ट्र की अनिवार्य आवश्यकता है, देश की समृद्धि में हमारे वृक्ष का भी महत्वपूर्ण योगदान है इसलिए इस राष्ट के हर नागरिक को अपने लिए और अपने राष्ट्र के लिए वृक्षारोपण करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि भले ही पौधा एक लगाया जाए, लेकिन उसका संरक्षण पूरा किया जाए। ऐसे कई अनुभव सामने हैं जिनमें पौधे कुछ ही समय में मुरझा गए। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के गो- लोक गमन के समय जितनी लकड़ी की आवश्यकता रह्ती है उतने पेड़ तो हर व्यक्ति को लगाने ही चाहिए। कार्यक्रम में हनुमान मंदिर के पुजारी नरेंद्र वैष्णव के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रकृति प्रेमियों ने शहतूत के पेड़ का पूजन किया। उपमहापौर पारस सिंघवी ने कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखना सभी का दायित्व है। सभी साल में एक एक पौधे की भी जिम्मेदारी लेंगे तो पर्यावरण शुद्ध हो जाएगा। वात्सल्य सेवा समिति के अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि इस अवसर पर सभी समाज जन अपने जन्मदिन पर एक पेड़ निश्चित रूप से लगाने का संकल्प लेकर यहां से जाएं। उन्होंने बताया कि वात्सल्य सेवा समिति द्वारा आगामी दिनों में बहुत बड़े स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा हैं। इस मौके पर गुलाबबाग हितेषी मित्र मंडल के अध्यक्ष ओमप्रकाश खोखावत, जगन्नाथ शर्मा, धरणीधर तिवारी, अशोक गुप्ता, किशन माली, विमल अग्रवाल, देवीलाल सुथार, लोकेश खत्री, कैलाश सोनी, प्रदीप श्रीमाली, धर्मोत्सव समिति के दिनेश मकवाना, अशोक जैन, वात्सल्य सेवा समिति के प्रकाश अग्रवाल, भारत तिब्बत समन्वय संघ के चितौड़ प्रान्त विधि संयोजक दिनेश गुप्ता सहित कई पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक कार्तिकेय नागर तथा विभाग संयोजक नाहरसिंह तंवर ने बताया कि रविवार को जगह-जगह उद्यानों सहित घरों में भी परिवारों ने प्रकृति वन्दन किया। मातृशक्ति ने भी जगह-जगह पेड़ों का पूजन किया।