विधायक प्रत्याशी सुब्रत विश्वास ने अपने आवास पर किया कन्या पूजन
रुद्रपुर... ट्रांजिट कैंप में समाजसेवी सुब्रत कुमार विश्वास और उनकी पत्नी किरण पांडे विश्वास ने अपने घर में नवरात्रि व दुर्गा पूजा के उपलक्ष में नवरात्रि के नौवें दिन अपना व्रत तोड़ कन्या पूजन किया व नवरात्रि के महत्व बताएं। किस प्रकार यह पूजा लोगों के घर में सुख और समृद्धि लाती है। हर वर्ष की भांति अपने घर में कन्याओं की पूजा कर उन्हें माता के आशीर्वाद के रूप में किताबें कॉपी पेंसिल और कई चीजें भेंट करते हैं और माता के रूप मानकर समाजसेवी सुब्रत कुमार विश्वास और उनकी पत्नी किरण पांडे विश्वास कन्याओं से आशीर्वाद लेते हैं ।।नवरात्रि में कन्या_पूजन का महत्व, माना जाता है कि कन्या पूजन से प्रसन्न होकर मातारानी भक्तों के दुख और दरिद्रता दूर करती हैं. तीन वर्ष की कन्या त्रिमूर्ति रूप में मानी जाती है. त्रिमूर्ति कन्या के पूजन से धन-धान्य आता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है. चार वर्ष की कन्या को #कल्याणी माना जाता है. इसकी पूजा से परिवार का कल्याण होता है. पांच वर्ष की कन्या रोहिणी कहलाती है. रोहिणी को पूजने से व्यक्ति रोगमुक्त हो जाता है. छह वर्ष की कन्या को कालिका रूप कहा गया है. कालिका रूप से विद्या, विजय, राजयोग की प्राप्ति होती है. सात वर्ष की कन्या का रूप चंडिका का है. चंडिका रूप का पूजन करने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.में ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। आठ वर्ष की कन्याएं शाम्भवी कहलाती हैं। इनको पूजने से सारे विवाद में विजयी मिलती है। नौ साल की कन्याएं दुर्गा का रूप होती हैं। इनका पूजन करने से शत्रुओं का नाश हो जाता है और असाध्य कार्य भी पूरे हो जाते हैं। दस साल की कन्या सुभद्रा कहलाती हैं। सुभद्रा अपने भक्तों के सारे मनोरथ पूरा करती हैं। मातारानी आप सभी के परिवार, कारोबार, सेहत, समृद्धि पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें।।