इतिहास मै पहली बार साढ़े चार घंटे मै पूर्ण हुई रथयात्रा।

इतिहास मै पहली बार साढ़े चार घंटे मै पूर्ण हुई रथयात्रा। सीएम विजय रुपाणी ने लगातार पांचवीं बार किया पहैंदविधि.

इतिहास मै पहली बार साढ़े चार घंटे मै पूर्ण हुई  रथयात्रा।

कोरोना महामारी के समय में लोगों की आस्था के प्रतीक स्वरूप भगवान जगन्नाथ को रथयात्रा पूर्ण हुई थी। रथयात्रा के दौरान महामारी के मद्देनजर भीड़ को रोकने के लिए यात्रा के दौरान धारा 144 लागू कर दी गई थी। ऐसे में इस बार अहमदाबाद रथयात्रा के इतिहास में पहली बार मात्र साढ़े चार घंटे में ही रथयात्रा का समापन कर दिया गया था। जैसे ही रथयात्रा का समापन हुआ, शहर में से कर्फ़्यू हटा लिया था।

इसके पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा लगातार पाँचवी बार रथयात्रा की पहिन्दविधि की गई थी। जिसमें उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल तथा गृहमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा में शामिल हुये थे।

शहर में जैसे ही रथयात्रा शुरू हुई कर्फ़्यू लगा दिया था। बता दे कि पिछले कई दिनों से गृहमंत्री प्रदीपसिंह अच्छी तरह से रथयात्रा का समापन हो उसके प्रयास कर रहे थे। रथयात्रा के दिन भी सुबह 3:30 बजे से ही वह मंदिर पहुँच गए थे।

शहर में शनिवार से ही 23 हजार पुलिस कर्मियों को बंदोबस्त में रख दिया गया था। इसके बाद लगातार मॉनिटरिंग की गई थी, जिसके चलते पूरी रथयात्रा के दौरान एक बार भी एसओपी का उल्लंघन नहीं हुआ था। मुख्यमंत्री ने भी सभी पुलिसकर्मियों को उनके काम के लिए अभिनंदन दिये थे। इसके अलावा सरकार के दिशा-निर्देशों और अपील का पालन कर घरों में रहकर पुलिस तथा सरकार का समर्थन करने वाली प्रजा को भी उन्होंने धन्यवाद किए थे। इस प्रसंग पर गृहमंत्री ने कहा कि कोरोना गाइडलाइंस के बीच हुई रथयात्रा में प्रजा ने काफी सहकार दिया है। वह प्रार्थना करते है वह उन्हें इस महामारी की तीसरी लहर से बचाए। हर जगह अच्छी बारिश हो तथा समग्र राज्य में अच्छी फसल हो ऐसी वह प्रार्थना करते है।

शहर में कर्फ़्यू होने के नाते कई यात्री भी परेशान हुये थे। यात्रियों को अपना सामान उठाकर ले जाना पड़ा। हालांकि इस दौरान उन्हें पुलिस ने अपने वेन में बैठाकर उनके स्थल पर छोड़ा था। पुलिस के इस मानवता भरे व्यवहार से यात्रियों ने काफी खुशी व्यक्त की थी।

अंकित कुमार रावल

गुजरात हेड कम ब्यूरो चीफ

गुजरात