देवास मे धूम धाम से निकला माता जी का चल समारोह लाखो की संख्या मे भक्तो का जनसेलाब उमड़ा

सयाजी द्वार के सामने पहली झांकी आई दाेपहर 1 बजे और अंतिम शाम 6.40 बजे, शहर में साढ़े पांच घंटे चला कारवां

देवास मे धूम धाम से निकला माता जी का चल समारोह लाखो की संख्या मे भक्तो का जनसेलाब उमड़ा

             KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश 

देवास मे प्रशासन के नियमो को ताख मे रख कर काेराेना की दूसरी लहर के बाद आए बड़े पर्व के माता विसर्जन जुलूस में शनिवार काे खासा उल्लास दिखा। सयाजी द्वार के सामने सबसे पहले दाेपहर करीब 1 बजे पहली माता की झांकी आई, तब तक पुलिस और जिला प्रशासन उपस्थित नहीं था, उम्मीद थी कि सामान्य झांकियां निकल जाएंगी। कुछ ही देर बाद एक के बाद एक 50 से अधिक झांकियां आने लगी, जिन्हें देखने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। सयाजी द्वार से लेकर नाहर दरवाजा तक लाेगाें की खचाखच भीड़ रही।

इस बार का नवदुर्गा विसर्जन जुलूस ऐतिहासिक रहा, जिसमें युवा ढाेल-ताशे की धुन पर झूमे और खुशियाें के साथ रंग-गुलाल एक-दूसरे काे लगाया गया। रास्ते में जगह-जगह पीने का पानी, खाद्य सामग्री का भी वितरण किया गया।

पहली झांकी दिन में 1 बजे ताे अंतिम झांकी आई शाम 6.40 बजे। शहर में साढ़े 5 घंटे तक झांकियाें का कारवां चलता रहा। जहां से भी झांकियां निकली उन रास्ताें पर महिलाएं खड़ी हाेकर मां काे नम आंखाें से अंतिम विदाई दे रही थीं। शिवशक्ति नगर की दुर्गा उत्सव समिति के सतीश शर्मा, अखिलेश आशापुरे, लक्ष्मीनारायण शर्मा सहित समिति के लोगाें विसर्जन के लिए प्रतिमा नेमावर लेकर गए।

आखड़े की प्रस्तुतियां भी दी : जुलूस में आखाड़े के कलाकाराें ने डंडाें, बनेटी और अन्य लाठियाें से एक से बढ़कर एक करतब दिखाए। जिन्हें देखने के लिए लाेगाें की भीड़ लगी रही। एक झांकी पर युवक ने हाथ में बैनर लिया, जिसमें लिखा था देवास की परंपरा बरकरार।

वैक्सीन के लिए किया प्रेरित

महाराष्ट्रीयन समाज ने एक झांकी अधिक से अधिक वैक्सीन लगाने के लिए निकाली गई। इस झांकी में डाॅक्टर इंजेक्शन लेकर काेराेना रूपी दूसरे पुतले काे लगाने के लिए उसके पीछे जा रहे थे। पुतला साइकिल चलाते हुए आगे की तरफ भाग रहा था। झांकी के पीछे-पीछे समाज की महिलाएं, युवतियां और युवक चल रहे थे।

कालूखेड़ी तालाब विसर्जन, प्रशासन रहा तैनात चल समारोह शहर के प्रमुख रास्ताें से हाेकर एबी राेड पर पहुंचा, जहां से झांकियां युवा मंडली अपने-अपने स्तर से विसर्जित करने के लिए कालूखेड़ी तालाब पहुंचे। यहां पर बड़ी प्रतिमाओं काे क्रेन की मदद से विसर्जित किया गया।