अपनी जमीन को पाने के लिए पीड़ित दर-दर भटक रहे वही कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस बनी सरहंगो की गुलाम

अपनी जमीन को पाने के लिए पीड़ित दर-दर भटक रहे वही कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस बनी सरहंगो की गुलाम

अपनी जमीन को पाने के लिए पीड़ित दर-दर भटक रहे वही कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस बनी सरहंगो की गुलाम
अपनी जमीन को पाने के लिए पीड़ित दर-दर भटक रहे वही कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस बनी सरहंगो की गुलाम

अपनी जमीन को पाने के लिए पीड़ित दर-दर भटक रहे वही कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस बनी सरहंगो की गुलाम
 पीड़ितों ने लगाई कलेक्टर एसपी से न्याय की गुहार
आपको बताते चलें कि यह कोई एक घटना नहीं आए दिन ऐसी ही कुछ बड़ी घटनाएं देखने को तब मिलती है जब समाज देश की रक्षा के लिए वर्दी पहने रक्षक धारी भी सरहंगो के गुलाम हो जाते हैं जी हां कुछ ऐसी ही घटना रीवा जिले के हनुमना क्षेत्र के प्रतापगंज तहसील हनुमना से सामने आई जहां पीड़ित रामनेवास शुक्ला निवासी प्रतापगंज तहसील हनुमना जिला रीवा ने जिला रीवा एसपी ऑफिस पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई ही कई महीनों से हनुमाना थाना का चक्कर काट रहे न्याय की गुहार लगाते हुए की उनकी निजी भूमि को कुछ सरहांगो द्वारा अवैध रूप से अतिक्रमण कर आवास योजना घर का निर्माण कर रहे हैं ऐसे में उन्होंने दस्तावेज के साथ तहसील में अपील की जिसके बाद तहसीलदार द्वारा मामले की जांच कर भूमि खाली करवाने के लिए लिखित पत्र जारी कर थाना प्रभारी हनुमना को आदेशित किया कि मौके पर हनुमाना पुलिस बल पहुंचकर अवैध तरीके से अतिक्रमणकारियों से भूमि को खाली कराया जाए लेकिन परिजनों का वही आरोप हाय की थाना प्रभारी तहसीलदार के इस आदेश की अवहेलना करते हुए सरहांगो का स्वयं साथ दे रहे हैं जिसके बाद आज पीड़ित परिवार ने जिला रीवा एसपी ऑफिस पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई और उसके बाद पुनः जब हनुमना थाने पहुंचकर फिर से निवेदन करना चाहा तो अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा मौके से भगा दिया गया जिसको लेकर पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाते हुए दर-दर भटक रहा वही पीड़ित परिवार का कहना है कि भूमि से जितने भी जुड़े दस्तावेज है सब उनके पास मौजूद है जिसके बाद भी पुलिस प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से मुकर रहा है
अब सवाल यह पैदा होता है कि क्या हनुमना थाना प्रभारी एवं हनुमाना थाना इन सरहंगो के सामने नतमस्तक हैं क्या अब ऐसी न्याय बेवस्था से आम जन को विश्वास नहीं करना चाहिए क्या वह दिन आ चुके जब खुद कानून अपने हाथ में लेकर देश वासियों को एटीएम निर्भर बनना पड़ेगा  या और कोई वजह है जिसको लेकर थाना प्रभारी न्याय न देने को मजबूर है 
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जिला रीवा (मध्यप्रदेश)