जिलाधिकारी महोदया की अध्यक्षता में विकास कार्यों एवं 50 लाख से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति समीक्षा बैठक हुई आयोजित।
सभी जनपद स्तरीय अधिकारी अपने-अपने विभाग की संचालित योजनाओं का बारी-बारी से कलेक्ट्रेट कार्यालय में मेरे समक्ष करें प्रेजेंटेशन-डीएम।
KTG समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर ,उत्तर प्रदेश।
सुलतानपुर- 06 मार्च/जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में सोमवार को विकास भवन के प्रेरणा सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक एवं 50 लाख से अधिक लागत से निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में नहरों की सिल्ट सफाई, सड़कों का निर्माण चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, राज्यमार्गों की अनुरक्षण, सोलर पम्प सिंचाई, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, निराश्रित गोंवशों का संरक्षण, कृषि विभाग सहित आदि विभागों की योजनाओं की गहन समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा नहरों की सिल्ट सफाई हेतु अधिशाषी अधिकारी सिंचाई से जानकारी प्राप्त की गयी। अधिशासी अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य पूर्ण हो गया। उन्होंने अधिशासी अधिकारी विद्युत से विद्युत बकाया के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी महोदया द्वारा सड़कों का निर्माण चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी, अधिशासी अभियन्ता लो0नि0वि0 द्वारा अवगत कराया गया कि कुल निर्माणाधीन 90 सड़कों में से 69 का निर्माण चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य पूर्ण हो गया है, शेष निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जायेगा। जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियन्ता नगर पालिका परिषद को निर्देशित किया कि वे सड़कों का सर्वे कर स्थिति से अवगत करायें, जिससे शहर की सड़कों का सुदृढ़ीकरण कराया जा सके। उन्होंने समीक्षा के दौरान कृषि विभाग द्वारा सोलर पम्प, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि सोलर पम्प का वितरण 312 के सापेक्ष 120 लगा दिये गये हैं। जिलाधिकारी द्वारा धीमी प्रगति के कारण पूंछते हुए तेजी लाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सीएचसी, पीएचसी, आयुष्मान गोल्डन कार्ड, चिकित्सकों की कमी, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर, टेलीमेडिसिन, एम्बुलेन्स, टेलीरेडियोलाॅजी, सिटीस्कैन, स्टाफ, स्वास्थ्य की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रगति के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि कुल पदो ंके सापेक्ष चिकित्सकों की काफी कमी है। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा चिकित्सकों की नियुक्ति किये जाने हेतु शासन को पत्र प्रेषित किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा परियोजना निदेशक एनआरएलएम से स्वयं सहायता समूह की दीदियों द्वारा उत्पाद के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने समूह की दीदियों द्वारा उत्पादित मंूज क्राफ्ट, कड़कनाथ हैचरी इकाई, मसाला, बैग आदि उत्पादों के बारे में जिलाधिकारी महोदया को अवगत कराया। जिलाधिकारी महोदया द्वारा इनके उत्पादों की मार्केटिंग एवं ब्राडिंग के बारे में किये गये उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। जिलाधिकारी महोदया द्वारा उद्यान विभाग की प्रगति के बारे में जिला उद्यान अधिकारी से जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने जिले में उद्यान से सम्बन्धित किये जा रहे अभिनव प्रयोग थाई अमरूद, केला, कद्दू वर्गीय फलों के बारे में जानकारी दी गयी। इसी प्रकार जिलाधिकारी महोदया द्वारा विभिन्न विभागों की प्रगति समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी महोदया द्वारा सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी अपने-अपने विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रेजेंटेशन रिपोर्ट बनाकर मेरे समक्ष एक-एक कर प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी द्वारा 50 लाख से अधिक की निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित अधिशाषी अभियन्ता व कार्यदायी संस्थाओं को कार्य में प्रगति लाने तथा निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण व ससमय पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 डी0के0 त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक (डीआरडीए) कृष्ण करूणाकर पाण्डेय, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आशीष कुमार सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।