लोक समाज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर सम्पन्न हुआ ध्वजारोहण।
KTG समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर ,उत्तर प्रदेश।
सोनिया विहार दिल्ली- गणतंत्र दिवस के 74वें वर्ष के अवसर पर लोक समाज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय सोनिया विहार दिल्ली में तिरंगा झंडा फहराया गया ।ध्वजारोहण लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा(ऐडवोकेट) ने किया। उस अवसर पर लोक समाज पार्टी के मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश कुमार सेन,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शाहनवाज अली, कालेश्वर पटेल,राम केवल यादव नितीश कुमार,हरिहर प्रसाद शर्मा , ऋतु अंकुर शर्मा (ऐडवोकेट), वी के शर्मा (ऐडवोकेट), रामजी लाल तिवारी, चौधरी किशन पाल, उपेंद्र सेठ, दिलीप यादव, दीपक यादव, सहित दर्जनों लोग शामिल रहे। इस अवसर पर लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 26 जनवरी 1950 प्रथम गणतंत्र दिवस से अब तक 74 वर्ष के दौरान सत्ता को चलाने वाले लोग खासकर 2014 से अब तक इस देश को गणतंत्र के बजाय गनतंत्र में तब्दील कर दिया गया है। वर्तमान सत्ता अपने पुलिस बल का उपयोग करती हुई लोगों को डराने का काम की है। यही नहीं इस वक्त देश की आम जनता को धार्मिक उन्माद की झोंक दिया गया है। नेहरु,शास्त्री और इंद्राजी जैसे लोगों के द्वारा देश को वैज्ञानिक सोच के साथ जो आगे बढ़ाया जा रहा था उस मार्ग को अवरूद्ध कर दिया गया है। देश को धार्मिक उन्माद के के साथ पाखंड बाद के तरफ बढ़ाया जा रहा है।
देश के वैज्ञानिक प्रगति के रास्ते पर देश को इतना ऊंचाई पर ले गए कि जिस देश में सुई तक नहीं बनता था उस देश के के वैज्ञानिक चांद और मंगल ग्रह पर भी शोध कर रहे हैं। देश के कृषि वैज्ञानिक और देश के किसान इस देश में इतना अनाज उत्पन्न किए कि भारत आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ विदेशों के लोगों का भी पेट भर रहा है।
भारत के संविधान लागू होने से लेकर अब तक इस देश को दो प्रकार के हिंदुस्तान में तब्दील कर दिया गया। एक इंडिया बनाया गया और दूसरा भारत है जिसमें अभी भी करोड़ों लोग रोजी-रोटी के लिए परेशान हैं।जबकि इंडिया में निवास करने वाले लोग इस देश को लूटने के लिए तत्पर रहते हैं बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जो अपने बलबूते पर इंडिया में शामिल हुए हो। जबकि ज्यादातर लोग इस देश को लूट कर के ही इंडिया में शामिल हुए।
इस देश में शिक्षा व्यवस्था ऐसी कर दी गई है कि गरीब का बच्चा पढ़ नहीं सकता है पिछले 8 सालों में कोई भी सरकारी संस्थान नहीं बनाए गए और जो संस्थान सरकारी थे उसको बेचा जा रहा है जिससे आम जनता को पढ़ाई से दूर रखा जाए।नई शिक्षा नीति2020 का जोर शोर से प्रचार किया जा रहा है। अभी कल ही 25 जनवरी 2023 की संध्यकाल में देश के राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू जी ने भी नई शिक्षा नीति 2020 की तारीफ की है।लेकिन मैं लोक समाज पार्टी के माध्यम से राष्ट्रपति महोदया, उपराष्ट्रपति महोदय,प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं अगर नई शिक्षा नीति 2020 इतना क्रांतिकारी है तो हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट के जजों के बच्चे ,कारपोरेट घरानों के बच्चे,देश के सभी नौकरशाहों के बच्चे, सभी एमपी, एमएलए के बच्चे और बड़े-बड़े अधिकारी के बच्चे इस नई शिक्षा नीति 2020 के तहत क्यों नहीं पढ़ाई कर रहे हैं ? अगर इतना क्रांतिकारी है तो इनके बच्चों को भी 2020 नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई करना चाहिए।वास्तविकता यह है कि भारत सरकार इस 74वें गणतंत्र दिवस के साल में भी तहत नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बहुत बड़ी आबादी के बच्चों को सिर्फ कारीगर ही बनने देना चाहती है। जिसका लोक समाज पार्टी लोगों से आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपील करती है कि आप लोग इस देश में एक नई शिक्षा नीति के बारे में जो बरगलाया जा रहा है इसका विरोध करें और एक पूरे देश में समान शिक्षा नीति लागू होने के लिए लोक समाज पार्टी के साथ जुड़े।
गौरी शंकर शर्मा (ऐडवोकेट) राष्ट्रीय अध्यक्ष लोक समाज पार्टी 8920651540 & 9911140170
वेबसाइट- www.loksamajparty.com