5 संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर छह सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन

5 संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर छह सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन

5 संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर छह सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन
5 संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर छह सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन
kTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। नगर निगम कार्यरत समस्त कर्मचारियों की छह सूत्रीय मांगों को लेकर संयुक्त मोर्चा रूप में नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों की मांग है कि शहर की आबादी को देखते हुए सन 2016 से विगत 15 से 20 वर्षो से देवास में नई नियुक्ति नहीं हुई है। लगभग 500 कर्मचारियों के नियुक्ति आदेश प्रदान किए जाए। कई वर्षों से घोटाले करता आ रहा है इसमें लोकायुक्त की जांच भी चल रही है ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को संविदा नियुक्ति प्रदान की गई संविदा कर्मचारी आर. एस. केलकर को सन 2014 से 2015-16 तक कीटनाशक दवाई घोटाला में लगभग 80 लाख रूपये के घोटाले के चलते हुए रिटायरमेंट के बाद पुनः: संविदा पर व नौकरी पर रखने के बाद समस्त स्वास्थ्यकर्मी नाराज है व उनके साथ अभद्र व्यवहार करते है। इस कारण उन्हें उक्त पद से मुक्त किया जावे एवं संविदा कर्मी आर. के. श्रीवास्तव को भी पद मुक्त करे। अन्यथा वाल्मीकि सफाई कर्मचारियों को संविदा पर सेवा करने का अवसर प्रदान करे। नगर निगम में सफाई कर्मचारियों के ठेके को पुन: तत्काल प्रभाव से बंद किया जाये, वाल्मीकि समाज के कर्मचारियों व उनके परिवारजन को जीवन यापन करने हेतु नियुक्ति प्रदान करवाई जाये। रिटायरमेंट एवं अनुकम्पा नियुक्ति के सदस्यों को नौकरी दी जाये। दीपावली के शुभ अवसर पर वाल्मीकि समाज के लोगों को बकाया एरियर राशि जो भी बनती है उसे दिलवाई जाये तथा सांतवे वेतनमान का लाभ प्रदान करवाया जाये। साथ ही सभी कर्मचारियों को दीपावली के लिए 10 हजार रू की प्रोत्साहित प्रदान की जाए। कोरोना काल की गंभीर समस्या को देखते हुए थम्ब मशीन का उपयोग बंद करवाया जाये, इसको बार-बार छूने से कर्मचारीयों के बीच बीमारी उत्पन्न होने का भय बना रहता है। संयुक्त मोर्चा ने निगम आयुक्त से मांग की है कि उपरोक्त मांगों निराकरण शीघ्र किया जाए। अन्यथा संयुक्त मोर्चा उग्र आंदोलन तथा हड़ताल जैसे कदम उठाने के बाध्य होगा व एवं न्यायालय की शरण जाने हेतु बाध्य होना पड़ेगा। इस दौरान समस्त संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व महिलाएं उपस्थित थी।