मेडिकल सेल्स रिप्रेसेंटेटिव्ज यूनियन इकाई का वार्षिक सम्मेल होटल स्वरूप विलास में आयोजित

प्रशासनिक पाबन्दियों के चलते हमारी संगठनात्मक गतिविधियां सीमित थी नोचाटिस कम्पनी बिना कानून की परवाह किये 400 फील्ड वर्कर्स को निलंबित करना दर्शाता हैं

मेडिकल सेल्स रिप्रेसेंटेटिव्ज यूनियन इकाई का वार्षिक सम्मेल होटल स्वरूप विलास में आयोजित
रिपोर्टर सूरज सैनी अलवर राजस्थान

मेडिकल सेल्स रिप्रेसेंटेटिव्ज यूनियन इकाई का वार्षिक सम्मेल होटल स्वरूप विलास में आयोजित

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी

अलवर राजस्थान मेडिकल सेल्स रिप्रेसेंटेटिव्ज यूनियन अलवर जिला इकाई का वार्षिक सम्मेल होटल स्वरूप विलास में आयोजित हुआ । जिसमें जिले भर के दवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया । सम्मेलन की अध्यक्षता एल के दीक्षित ने की । मुख्य अतिथि डॉं. विजय पाल यादव आई एम ए अध्यक्ष ने जनसरोकार के मुद्दे उठाते हुए कहा कि मनुष्यता ही धर्म है । उन्होंने नशा मुक्ति पर और देते हुए बताया कि नशे की लत नई पीढ़ी को बर्बाद व भविष्य को खोखला कर रही है नशा मुक्ति पर सुनियोजित पहल जरूरी है जिसके लिए हम सब को आगे आना चाहिए । सम्मेलन के मुख्य वक्ता राजस्थान मेडिकल सेल्स रिप्रेसेंटेटिव्ज यूनियन के प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र नरुका ने दवाओं को जीएसटी मुक्त करने व प्रभावी मूल्य नियंत्रण प्रणाली की जरूरत पर जोर दिया । जिससे आम आदमी को उचित मूल्य पर दवा मिल सके दवाओं की ऑनलाइन बिक्री उपलब्ध दवा रेगुलेशन कानूनों के खिलाफ है । जिससे दवाओं के गुणवत्ता नियंत्रण में गिरावट आएगी । उन्होंने बताया कि कोरोना काल ने संगठनात्मक गतिविधियों को बुटी तरह प्रभावित किया जहां एक और प्रशासनिक पाबन्दियों के चलते हमारी संगठनात्मक गतिविधियां सीमित थी वहीं दूसरी और दवा कम्पनियों ने इस आपदा को अवसर की तरह लिया । वर्किंग क्लास विरोधी सरकारी नीतियों के संरक्षण मे दवा कम्पनियों ने निरंकुश छटनी भत्तों में कटौती स्थानांतरण किये । इतना ही नहीं डिजिटल मार्केटिंग सर्विलेंस के अपने लंबित एजेंडा को दवा कम्पनियों द्वारा इस दौरान एक तरफा मनमानी से लागू करने के अवसर की तरह भुनाया । हाल ही में नोचाटिस कम्पनी द्वारा बिना कानून की परवाह किये 400 फील्ड वर्कर्स को निलंबित करना दर्शाता है कि देश में किस तरह वर्किंग क्लास विरोधी माहौल बना दिया गया है सरकारी पूंजीपतियों के हित की नीतियों के कारण कम्पनियों के हौसले बुलंद हैं । दवा उद्योग एकमात्र ऐसा क्षेत्र था जो लॉकडाउन व किसी भी तरह के प्रतिबंध से मुक्त था दवा उद्योग के व्यापार में किसी तरह की कोई कमी नहीं आई बल्कि महामारी के चलते बिक्री व मुनाफा अधिक ही था । लेकिन दवा कम्पनियों का इस आपदा में एक तरफ मुनाफा बढा दूसरी तरफ अपने सेल्स प्रमोशन ए प्लाइज पर हमला करते डिवीजन विलय छटनी कर हमला किया । आगामी राष्ट्रीय सम्मेलन 10 से 12 मार्च को कोटा राजस्थान में आयोजित होगा जिसमें संगठन के आगामी आंदोलन व कार्यक्रमों पर चर्चा होगी । सम्मेलन में अन्य वक्ता दिनेश सोनी रामवतार गुप्ता यतिन शर्मा आदि ने अपने विचार रखे और संगठन को और मजबूत बनाने पर बल दिया ।