लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा पत्रकारों के संबंध में सत्यवादी व अनूठी विचारधारा।

सच्ची एवं निडर पत्रकारिता ही भारतीय लोकतंत्र को मजबूती देगा- अधिवक्ता गौरी शंकर शर्मा

लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा पत्रकारों के संबंध में सत्यवादी व अनूठी विचारधारा।

KTG समाचार नरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश।

दिल्ली - पत्रकारिता दिवस के अवसर पर ऑल पत्रकार एसोसिएशन जमुनापार दिल्ली के द्वारा विजय मोहल्ला दिल्ली 53 में पत्रकारिता दिवस सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा एडवोकेट ,अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और वहां पर उनका स्वागत किया गया तथा समारोह में दर्जनों कर्मठ पत्रकारों को लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा ने एसोसिएशन की तरफ से दिए प्रमाण पत्र और मेडल सम्मान के साथ प्रदान किए तथा अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत में सबसे पहले प्रिंट का स्थापना 1439 में गोवा में पुर्तगालियों द्वारा किया गया था उसके बाद ब्रिटिश गवर्नमेंट ने 1780 में बंगाल गजट अंग्रेजी में प्रकाशित किया। आज के करीब 200 साल पहले यानी 1826 में उदंड मार्तंड साप्ताहिक पत्रिका का हिंदी में प्रकाशन चालू हुआ। 1961 में टाइम्स आफ इंडिया,कालांतर में स्टेट्समैन,पायनियर जैसे देशभक्त अखबार ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ देश की जनता को जगाते रहे।

      आजादी के बाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु जी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को हर संभव सम्मानित दिए यहां तक कि समाजवादी विचारक डॉ राम मनोहर लोहिया के 6 आना बनाम 15 आना पर बहस पर नेहरू जी बहुत ही खुश होते थे कि कम से कम उनकी कोई सही ढंग से आलोचना कर रहा है।एक बार नेहरु जी संसद मेंवीआर्थिक नीतियों पर बहस कर रहे थे तो भोजन अवकाश के समय नेहरू जी ने डॉक्टर लोहिया को कहा कि लोहिया जी आज आप बहुत बोले हैं चलो आप मेरे साथ चाय पी लीजिए।एक समय वह था नेहरू जैसे शख्सियत लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का सम्मान करते थे वही समय बदलने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को पत्रकारिता जगत को कुचलने का प्रयास किया जब 26 जून 1975 को आपातकाल घोषित किया गया तो 28 जून 1975 को 290 पत्रकारों संपादकों को गिरफ्तार कर लिया गया और कई सौ अखबारों का प्रकाशन बंद कर दिया गया जो कोई भी उनके खिलाफ यानी सच्चाई लिखता था उसके समाचार पत्र का प्रकाशन कर दिया जाता था।कालांतर में जयप्रकाश नारायण,राज नारायण जैसे शख्सियत तत्कालीन तानाशाह के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का बिगुल बजाएं जिसमें हजारों नौजवान छात्रों सहित लाखों लोग इस आंदोलन में शामिल हुए परिणाम श्रीमती गांधी को अपना फैसला बदलना पड़ा और 1977 में आम चुनाव करवाना पड़ा।

       2014 चुनाव के पहले 56 इंच वाले व्यक्ति नहीं मनमोहन सरकार के हर मुद्दे पर आलोचना करते हुए थकते नहीं थे लेकिन जब खुद सकता संभाले तो उनकी नीयत और नीति दोनों बदल गई परिणाम वह सत्ता के सच्चाई का सच्चाई को उजागर करने वालों के खिलाफ केस पर केस लगवाना चालू कर दिए, उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के एक गांव में मिड डे मील पर जब नमक और रोटी खिलाया जा रहा था और उसका प्रकाशन एक पत्रकार ने किया तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्तमान अजय सिंह बिष्ट जी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिए। यही नहीं जब प्रधानमंत्री का सर्टिफिकेट संदेह के घेरेमें आया और जिसमें सेंट्रल इनफॉरमेशन कमिशन ने आदेश दिया इनका डिग्री पब्लिक किया जाए लेकिन वही व्यक्ति सुप्रीम कोर्ट में जाकर जजों को दबाव में लेकर अपना डिग्री पर स्टे करवा दिया यानी वह पारदर्शिता का दरवाजा पर लगा दिए जिससे कोई व्यक्ति उनकी वास्तविक्ता न, जान सके यही नहीं प्रधानमंत्री फंड यानी पीएम केयर्स फंड को भी कोई जान नही सकता है कि कितना खर्च हुआ इसी प्रकार चुनावी बॉन्ड भारत सरकारने प्रबन्धित करवा दिया ।वह भी जानने के हक को इस प्रधानमंत्री ने छीन लिया। निर्भीक पत्रकार श्रीमती गौरी लंकेश जो संडे मैगजीन में पत्रकार थी। उनको सही रिपोर्ट करने पर 5 सितंबर 2017 में गोली मार दिया गया और सरकार अपराधियों के खिलाफ मौन बैठी थी जब चारों तरफ आलोचना होने लगा तो विशेष टीम का गठन किया गया और कुछ अपराधी पकड़े गए।

      आज वर्तमान सरकार के खिलाफ जो भी प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हैं उसमें सभी सरकार के पिट्ठू बने हैं कुछ चैनल और प्रिंट मीडिया को छोड़कर लोकतंत्र का जो चौथा स्तंभ है उसकी नीव को कमजोर करते चले जा रहे हैं । लोक समाज पार्टी का मानना है की कोई सरकार सत्ता में रहती है और लोकतंत्र में विश्वास करती है तो चौथे स्तंभ को मजबूत बनाना होगा और जो छोटे पत्रकार हैं उनको सहयोग करना पड़ेगा यही नहीं जो बड़े-बड़े मीडिया के लोग इसको एक व्यवसाय बना रखे हैं यानी सूचना को पैसे में तब्दील कर दिए हैं,वह लोकतंत्र की नींव को खोखला कर रहे हैं ऐसे लोगों को सरकार को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि लोकतंत्र की मजबूती सच्ची और निर्भीक पत्रकारिता में है धन्यवाद।

गौरी शंकर शर्मा ऐडवोकेट,

राष्ट्रीय अध्यक्ष लोक समाज पार्टी

8920651540

वेबसाइट

www.loksamajparty.com