खाना बनाती हुई महिला आग की चपेट में आई गंभीर हालत में रेफर

अस्पताल में झुलसी महिला का प्राथमिक इलाज किया गया

कौशल सोनी, केटीजी समाचार।

कांकेरएक जनवरी की रात को खाना बनाती हुई महिला आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गई। जिसे इलाज के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से उसे उचित इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। महिला के पति ने बताया कि एक जनवरी की रात लगभग साढ़े आठ बजे नगर के वार्ड क्रमांक एक की महिला अमरीका बाई यादव अपने घर मे खाना बनाने के लिए चूल्हा जला रही थी, वहीं पास में मिट्टी तेल का डब्बा रखा हुआ था, जिसमें अचानक आग लग गई और अमरीका बाई बुरी तरह झुलस गई। उसका पति छोटू यादव पास के गांव का मेला गया हुआ था, जो कि उसी समय वापस घर पहुंचा था। लगातार 108 में फोन लगाने के बावजूद एम्बुलेंस मदद को नहीं आई, तब छोटू यादव और पड़ोस के युवक राकेश तारम जो कि शांति फाउंडेशन का सदस्य है, ने मिलकर महिला को मोटरसायकल में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया। राकेश तारम और शांति फाउंडेशन के अध्यक्ष तुषार ठाकुर ने बताया कि 108 में काल करने पर उन्हें बताया गया कि फिलहाल भानुप्रतापपुर में एक भी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बुरी तरह झुलसी महिला को मोटर साइकिल में बिठा कर लाना पड़ा। महिला को रात को ही कांकेर के जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे दूसरे दिन दोपहर तीन बजे रायपुर के लिए रेफर कर दिया गया है। महिला का बर्न 80 प्रतिशत बताया जा रहा है, और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। भानुप्रतापपुर जैसे बड़े सेंटर में एक भी एम्बुलेंस समय पर नहीं मिलना, बेहद चिंताजनक विषय है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भानुप्रतापपुर बड़ा सेंटर है, जिला अस्पताल के बाद यह दूसरा बड़ा सरकारी अस्पताल है, और इस अस्पताल पर पूरे अनुविभाग के अलावा कई ग्रामीण क्षेत्रो को लोग निर्भर रहते हैं। ऐसे में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 108 का फेल होने पर इस पर सवाल उठ रहे हैं। मामला दुर्घटना का ही है, अथवा कुछ दूसरी बात भी इससे जुड़ी हुई है, पुलिस इस बात की विवेचना में जुट गई है।