73 वे गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर लोक सामाज पार्टी दिल्ली इकाई रामा गार्डन चौराहा और श्रीराम कालोनी के रहमान चौक पर किया झंडा रोहण।

लोक समाज पार्टी द्वारा दिल्ली में किया गया झंडारोहण।

73 वे गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर लोक सामाज पार्टी दिल्ली इकाई  रामा गार्डन चौराहा और श्रीराम कालोनी के रहमान चौक पर किया झंडा रोहण।

KTG  समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश। 

दिल्ली - 26 जनवरी 2022 को गणतंत्र दिवस के अवसर लोक सामाज पार्टी  दिल्ली की इकाई  रामा गार्डन चौराहा और श्रीराम कालोनी रहमान चौक पर झंडारोहण करते हुए रामा गार्डन में पार्टी के मुस्तफाबाद ब्लॉक अध्यक्ष खड़क सिंह,भीम सिंह, प्रमोद तिवारी, राम केवल, हुकुम सिंह,राम आसरे,प्रेम सिंह, नेपाल सिंह, जैसे लोग शामिल हुए जबकि श्रीराम कालोनी में कार्यक्रम आस मोहम्मद ने कराया। वहा पर रफीक आलम, जुनैद खान, सरफराज, शमशाद मसूदी, जैसे लोगो ने शिरकत की। वही लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा (एडवोकेट), पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शाहनवाज अली, मज़दूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश कुमार सेन, उपाध्यक्ष हरी शंकर तिवारी, दोनों जगहों पर शामिल हुए।

      उन मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा (एडवोकेट) ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाने वालों का सपना यही था कि ब्रिटिश हुकूमत के बाद का भारत में रहने वालों के साथ क्षेत्रवाद, जातिवाद, से परे होकर हर संभव बराबरी के साथ मानवता के साथ देश का हुकूमत चलेगा । लेकिन 72 गणतंत्र दिवस पार करते करते कांग्रेस और बीजेपी के शासन ने हिंदुस्तान को इंडिया और भारत बनाते हुए 1789 की फ्रांसीसी क्रांति के चौराहे पर पटक दिए हैं। आजादी के बाद नेहरूजी से लेकर शास्त्रीजी, और इंदिराजी यहां तक कुछ हद तक राजीव गांधी के शासन तक देश का शासन हर संभव बराबरी के रास्ते पर ले जाया गया था। लेकिन उसकी बाद की सरकारों ने देश को बाजार के हवाले कर दिए जिससे बाजारू शक्तियां देश को लूटना शुरू किए उस लूट में सत्ताधारी पार्टियां शामिल थी जिससे देश में अफरा तफ़री सी मच गई है। वर्तमान सत्ताधारी लोग इतने मदहोश हो गए हैं कि उनको यह सूझ ही नही रहा हैं कि इस आसमान चीरती महंगाई में ठेके पर 12 घंटे काम करने वाला मज़दूर अपने 10 हजार वेतन से कैसे जीवन यापन करेगा? कही कही तो 7 या 8 हजार रुपए मासिक में ही गुजारा करने को मजबूर हैं।

        आज़ की कॉरपोरेट घरानों की एजेंट रूपी सरकार की देख रेख में बाजारवादी व्यवस्था ने आमजन से शिक्षा,स्वास्थ छीनने के साथ जीने का अधिकार भी छीन सा लिया हैं। जब आसमान चीरती महंगाई में हर आवश्यक सामग्री आमजन के पहुंच से बाहर हो गई हैं तो आम जन जैसे जिन्दा रह पाएगा? क्या मोदी योगी के फोटो छपे थैले के 5 केजी चावल से जीवन चल जाएगा? आज देश का आलम यह है कि देश के एक % लोग देश के पूरे संसाधन के 73% कब्जा हो गया है। देश बेरोजगारों की फौज से भरा पड़ा है। यही नहीं छटनी भी एक समस्या हो गईं आए दिन हर फैक्ट्री में काम करने वालो के गर्दन पर तलवार लटकी रहती है की कब उसको निकाल दिया जाएगा कि यह कोई नहीं नही जानता। क्या आजादी इस आसमान चीरती महंगाई, बेरोजगारों की फौज खड़ा करने के लिए पाई गईं थी? क्या आजादी सरकारी कर्मचारी अधिकारी को घूस लेने के मिली थी? क्या आजादी कोर्ट का रीडर जज के सामने घूस लेता रहेगा और जज साहबान चुपचाप देखते रहेंगे? क्या आजादी ट्रैफिक पुलिस वालो का हर चौराहे पर एक प्रकार की सरकारी रंगदारी वसूलने के लिए मिली थी? क्या आजादी इसलिय मिली थीं कि बीजेपी और कांग्रेस देश की सत्ता सिर्फ 3 से 4 जातियों के सुरक्षित रखेगी और बहुत बडी अबादी को वहा फटकने भी नही देगी? क्या आजादी विधायको को 40_ 40करोड़ रूपये में खरीदने के लिए मिली थी? क्या आजादी इसलिए मिली थीं कि एमएलए एमपी 2 ढाई लाख के भारी वेतन के बावजूद विकास फंड से दलाली लेते रहे?

  सही मायने में कांग्रेस और बीजेपी की सत्ता ने 72 गणतंत्र दिवस की सफर में विश्व के अनोखे गणतांत्रिक देश भारत को फ्रांसीसी क्रांति के चौराहे पर खड़ा कर दिए है। यही हाल फ्रांस का भी 1789 के आसपास थीं वहा भी देश में सत्ताधारी लोगों और पादरी की प्रमुखता थी।आम जन रोटी के लिए परेशान था।वही हाल आज भारत की भी है कि देश को धर्म कर्म की आग में झोंक दिया गया है। एमएलए,एमपी, नौकर शाह, पुलिस संविधान के विपरीत रास्ते पर चलते हुए काला धन इकठ्ठा करने में कोई संकोच नहीं? लोग बेरोजगारी,महंगाई की मार झेलते हुए शिक्षा स्वास्थ के लिए तड़प रहे हैं। लोक समाज पार्टी देश को दूसरी आजादी के अंदोलन को धार देकर उसकी अगुवाई कर देश को पुनः आजाद कराएगी। धन्यवाद।

गौरी शंकर शर्मा (एडवोकेट)

राष्ट्रीय अध्यक्ष लोक समाज पार्टी

मोबाइल - 8930651540

वेबसाइट

www.loksamajparty.com