विश्व आदिवासी दिवस काली बाई पेनोरमा में हुई गोष्ठी
विश्व आदिवासी दिवस काली बाई पेनोरमा में हुई गोष्ठी
सभापति सहित पार्षदों ने वीर बाला काली बाई की मूर्ति पर किया माल्यार्पण
Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर,राज
डूंगरपुर - प्राचीन संस्कृति का वाहक आदिवासी समाज आज जो शिक्षा की और निरन्तर अग्रसर हो रहा है उसका पूरा श्रेय शहीद वीर बाला काली बाई की शहादत को जाता है आज भी आदिवासी समुदाय जनजाति जिले में आपसी सौहार्द का उदहारण प्रस्तुत करता है, ये बात सोमवार शहर के काली बाई पेनोरमा में नगर परिषद् सभापति अमृत कलासुआ ने विश्व आदिवासी दिवस पर पार्षदों सहित अन्य गणमान्य नागरिको को सम्बोदित करते हुए कही। सोमवार को शहर के समीप काली बाई पेनोरमा में नगरपरिषद द्वारा काली बाई पेनोरमा में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया सर्वप्रथम आदिवासी समाज के वीर शहीदों नाना भाई खाट,सेंगा भाई और वीरबाला काली बाई की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर शहीद अमर रहे के नारे लगाए। गोष्ठी में सभापति कलासुआ ने कहा कि आज आदिवासी समाज जो प्रगति कर रहा है उसका कारण शिक्षा है ये शिक्षा का मार्गदर्शन वीर बाला काली बाई जिन्होंने शिक्षा के लिए अपने प्राण तक त्याग दिए थे निश्चित ही किसी भी समाज की प्रगति शिक्षा पर ही निर्भर करती है और जो समाज शिक्षित है वो अवश्य रूप से प्रगति करता है आज आदिवासी जिन्हे आदी काल से जंगल में वास रहने के कारण आदिवासी कहा गया पर आदिवासी जंगल में रहकर भी अपने संस्कृति और संस्कारो को जीवित रखा और निरन्तर शिक्षा की और अग्रसर होते हुए आज अन्य समाज के साथ खड़ा रहता है वही गोष्ठी में बिलड़ी के सरपंच बद्रीलाल,समाजसेवी चंद्रलेखा कलासुआ,रीटा कुंवर,उपसभापति सुदर्शन जैन ने भी सम्बोदित किया। इस अवसर पर डायालाल पाटीदार, बाबूलाल श्रीमाल, ब्रिजेश सोमपुरा, सूर्यवीर सिंह, जितेंद्र भोई, राजेश रोत, कान्तिलाल कोटेड़,मोहमद इक़बाल, राकेश पंचाल, जवाहर लोहार, गौरव कंसारा, मानशंकर कटारा, भानु कुमार सेवक, पंकज जैन, फरज़ाना, अशोक चौबीसा, नरेश यादव सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें। गोष्ठी का संचालन पार्षद भूपेश शर्मा ने किया।