समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास ही महत्वपूर्ण है

समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास ही महत्वपूर्ण है

समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास ही महत्वपूर्ण है

समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास ही महत्वपूर्ण है

KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की एकात्मक मानववाद विचारधारा के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास होना चाहिए। आजादी की सार्थकता, शासकीय योजनाएं, सुविधाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। दीनदयाल जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज के प्रत्येक व्यक्ति का विकास, राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत रहा। उक्त विचार पूर्णिमा बाउस्कर ने पं. दीनदयाल जयंती के अवसर पर जन शिक्षण संस्थान केन्द्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। जन शिक्षण संस्थान के निदेशक डाॅ. मुकेश प्रसन्न ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम में संस्थान से संबंधित प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षणार्थियों को पं. दीनदयाल जी के जीवन संघर्ष एवं विचारधारा और राष्ट्र प्रेम के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में मोनिका बरेठा एवं भावना मिश्रा द्वारा प्रेरक प्रसंग व्यक्त किए गए। संचालन सीताराम मालवीय ने किया एवं आभार मुकेश रेकवाल ने माना।