राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ने मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ने मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ने  मुख्यमंत्री के नाम   कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

:जिले भर से झुटे आक्रोशित शिक्षक

Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर राजस्थान डूँगरपुर।राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश व्यापी चरणबद्ध आन्दोलन के तीसरे चरण में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ ऋषिन चौबीसा, जिला अध्यक्ष बलवंत बामणिया व जिला मंत्री कन्हैया लाल व्यास के नेतृत्व में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर जिला मुख्यालय पर सांस्कृतिक धरना प्रदर्शन उपरांत कलक्टर को मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया l जिला संगठन मंत्री राजेंद्र वरहात ने बताया कि प्रदेश स्थायी समिति की 1 अगस्त को आयोजित बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार प्रथम चरण में जनप्रतिनिधियों को तथा द्वितीय चरण में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया गया था l ज्ञापन में संगठन की प्रमुख मांग 2004 के बाद नियुक्त शिक्षकों को नई पेंशन स्कीम के स्थान पर पुरानी पेंशन लागू करने ,वेतन विसंगतियों के संबंध में पूर्व में गठित सामन्त कमेटी की रिपोर्ट तत्काल सार्वजनिक करने,2007 से 2010 के बीच नियुक्त शिक्षकों के वेतन विसंगतियो को दूर करने,शिक्षकों को BLO एवं अन्य गैर शैक्षणिक कार्यो से तत्काल मुक्ति दिलाने, समुचित संसाधनों की उचित व्यवस्था होने तक ऑनलाइन उपस्थिति से वेतन आहरण की अनिवार्यता स्थगित करने, पातेय वेतन प्रधानाध्यापकों को कार्य तिथि से ही पदोन्नति का लाभ देने, सभी वर्ग के शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति तिथि से एसीपी का लाभ देने, ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों को ग्रामीण भत्ता देने, नवनियुक्त शिक्षकों का परिवीक्षा काल संपूर्ण सेवा अवधि में केवल एक बार करने तथा परिवीक्षा काल की अवधि 1 वर्ष करने की मांग रखी गई l प्रकाश चंद्र व्यास, वासुदेव मीणा, लाल सिंह अहाडा, नटवर सिंह चौहान, शंकर लाल कटारा, रवि प्रताप पारगी, देव आनंद उपाध्याय ने कहा कि परीक्षा काल में पूर्ण वेतन दिया जाए, आरपीएमएफ की कटौती तत्काल बंद की जाए, शारीरिक शिक्षक पुस्तकालअध्यक्ष व प्रयोगशाला सहायकों की प्रतिवर्ष नियमित डीपीसी की जाए,पीडी मद के शिक्षकों के वेतन बजट हेतु एक मुश्त पीईईओ को बजट आवंटित किया जाए, विभाग में शेष रहे योग्यता धारी पैराटीचर शिक्षाकर्मी एवं संविदा शिक्षक को प्रबोधक को के पद पर नियमित किया जाए एवं समस्त प्रबोधको को अध्यापक की भांति पदोन्नति एवं समस्त परिलाभ दिए जाएं ।भरत लाल पाटीदार, वासुदेव रोत, दिनेश मीणा बिछीवाड़ा, दक्षा कलाल, गोविंद कुँवर राणावत, कांता रोत, नारायण लाल मीणा, नरेंद्र टेलर, संजय गांधी कृषि,गृह विज्ञान,संगीत,वाणिज्य एवं सामाजिक विज्ञान के अध्यापकों को उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति दिये जाने की मांग करते हुए स्थानांतरण के नियम बनाने, शिक्षकों को अवकाश के दिन कार्य करने पर नियमानुसार उपार्जित अवकाश प्रदान करने, वाणिज्य वर्ग के व्याख्याता की सीधी भर्ती एवं पदोन्नति विषय वार की करने, 2007-08 व प्रबोधक वेतन विसंगति निवारण, व्याख्याताओं की अनुसूची 5 के तहत हुई कटौती को समाप्त करने एवं उसी अनुसार वरिष्ठ अध्यापक एवं अध्यापक की वेतन विसंगतियां दूर करने, विभाग में प्रचलित काउंसलिंग पद्धति को युक्तियुक्त बनाकर समस्त वर्गों के शिक्षकों के लिए पारदर्शी एवं सुविधाजनक बनाये जाने , पदस्थापन हेतु सूची में वरियता निर्धारण करते हुए समस्त रिक्त स्थान समय पूर्व प्रसारित किए जाने एवं नियमानुसार यात्रा भत्ता एवं योग काल दिये जाने की मांग की गई l महेंद्र सिंह चौहान, दिनेश जैन,धर्मेंद्र रोत, अमृत लाल पाटीदार, नागेंद्र मीणा, राजेंद्र मीणा, लक्ष्मण लाल खराड़ी ने स्टाफिंग पैटर्न के मानदंडों में विद्यालय के नामांकन एवं विषय को आधार माना जाए, राजस्थान शिक्षक संघ पूर्व प्राथमिक शिक्षकों को सामान्य शिक्षकों के समान वेतन एवं समस्त परिलाभ प्रदान किए जाएं,कुक कम हेल्पर के मानदेय में वृद्धि की जाए,उच्च प्राथमिक विद्यालय में लेवल 2 के समस्त विषयों के पद प्रथक प्रथक स्वीकृत किए जाएं, प्रत्येक ब्लॉक में 10 संस्कृत विद्यालय खोले जाए तथा एक आदर्श वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय की स्थापना की जाए l सभी पदों पर विभागीय पदोन्नति समिति द्वारा प्रतिवर्ष से पदोन्नति सुनिश्चित की जाएं तथा प्राध्यापक,प्रधानाध्यापक प्रवेशिका वरिष्ठ उप निरीक्षक एवं प्रधानाचार्य वरिष्ठ उपाध्याय की पदोन्नति में निर्धारित योग्यता में 48% की बाध्यता समाप्त की जाए l संस्कृत शिक्षा में स्थानांतरण एवं पदस्थापना के अधिकार संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी को दिए जाने, प्रधानाचार्य वरिष्ठ उपाध्याय की ग्रेड पे केंद्र के अनुरूप 7700 कर सातवें वेतनमान में उसके अनुरूप लेवल का निर्धारण करने, प्रत्येक जिले में एक वेद विद्यालय की स्थापना करने, संस्कृत शिक्षा में वेतन के लिए सभी मदों में एकमुश्त बजट का आवंटन करने, राज्य सरकार द्वारा समसा तथा अन्य परियोजनाओं में संस्कृत शिक्षा के शिक्षकों को भी प्रतिनियुक्ति के अवसर उपलब्ध कराए जाएं समस्त प्रवेशिका एवं वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालयों में मंत्रालयिक कर्मचारी शारीरिक शिक्षक कंप्यूटर शिक्षक पुस्तकालय अध्यक्ष एवं आवश्यकता अनुसार सहायक कर्मचारी के पदों का सृजन कर भरा जावे सभी पदों पर पदोन्नति से 15 दिन पूर्व संभावित सूची का प्रकाशन करते हुए शिक्षकों से आपत्तियां मांगी जावे एवं पद स्थापन काउंसलिंग के माध्यम से किया जाए इसी प्रकार प्रारंभिक शिक्षा विभाग एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग से संबंधित शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण की मांग की गई l 27 जुलाई को सरकार द्वारा नवीन सेवा नियमों को लेकर जारी की गई अधिसूचना में शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी प्रावधानों को संगठन द्वारा दिये गए अभिमत के अनुसार तत्काल संशोधित करवाने की मांग भी दोहराई गई l नटवर सिंह चौहान, प्रभुलाल अंगारी, मनोहर सिंह रेलवे किशोर सिंह सिसोदिया, राजेंद्र सिंह बेडसा, जगमोहन यादव, संध्या गर्ग, सुदर्शन सिंह चौहान, रविंद्र कोठारी, प्रवीण भूतावत, सुशील जैन हितेश उपाध्याय सहित जिले के पदाधिकारी उपस्थित थे l