औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण में भेदभाव पूर्ण कार्यवाही, अमीरो को राहत गरीबों दंड
kTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। विगत दिनों देवास के औद्योगिक क्षेत्र क्रमांक 1, और 2 में अतिक्रमण मुहिम चलाई गई। जिसमे प्रशासन की टीम ने एक उद्योगपति की कंपनी में जल पान ग्रहन कर उसकी जेसीबी से गुमटी तहनास कर दी गई, लेकिन ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध रूप से बना सायकल स्टैंड क्यों छोड़ दिया गया। वही आयशर कंपनी ने तो सारी हद पार कर एकेव्हीएन के मेट के साथ साठगांठ कर रास्ता बंद कर ड्राम पर पेड़ पौधे लगाएकर मार्ग को अवरोध उत्पन्न किया। कुछ कंपनियों में रोजगार उपलब्ध करने के बजाय खेती, पशुपालन किया जा रहा है। सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप ने जिला प्रशासन की मुहिम को लेकर सवालिया निशान लगाया है। जन सुनवाई में कलेक्टर को ज्ञापन कर शिकायत दर्ज कराई।
सामाजिक कार्यकर्ता संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप के संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर ने बताया कि विगत शुक्रवार को तहसीलदार के नेतृत्व में उधोगिक क्षेत्र में एक बार फिर उद्योगपति के इशारों पर गरीबों को रोजी रोटी से मोहताज करने का प्रयास किया जा रहा है। उनकी गुमटियों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। वही दूसरी ओर अनेक कंपनियों ने बाउंडी वाल के बाहर अलग से कार पार्किंग और सायकल स्टैंड बना कर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। मधुमिलन चौराहा स्थित लगभग 35 वर्षो से अधिक समय से बंद उद्योग को खरीदकर खेती, पशुपालन का कार्य हो रहा है। इसी प्रकार देवास सिल्क मिल के नाम से सन 1987 के आसपास उद्योग विभाग से जमीन लीज पर ले रखी थी, लेकिन आज तक इस नाम से उद्योग स्थापित नही हुआ और उक्त जमीन को बेचने का प्रयास किया जा रहा है। इसी प्रकार इफको लेबोरेट्री द्वारा ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कब्जा कर खेड़ापति मंदिर को बंद कर दिया। जिसके कारण भक्तो ने प्रबंधक के खिलाफ रोष व्याप्त है। नेशनल यूनिटी ग्रुप की शिकायत पर तत्कालीन कलेक्टर आशुतोष अवस्थी द्वारा ग्रीन बेल्ट में आने पर बाउंड्री वॉल को तोड़ दिया गया था। लेकिन बाद में फिर कब्जा कर लिया। नेशनल यूनिटी ग्रुप के सुनील सिंह ठाकुर, हटे सिंह दरबार, डॉक्टर धीरज वर्मा, लक्ष्मण सिंह ठाकुर, नरेंद्र दंडके, पियूष जोशी, दीपेश विश्वकर्मा, सत्यराज सिंह ठाकुर, जय सिंह ठाकुर आदि ने जिला कलेक्टर से गुहार लगाई की एक तरफा की गई अतिक्रमण की कार्यवाही उघोगपति द्वारा की गए अतिक्रमण से मुक्त किया जाए।