जय श्री बालाजी  अथ  पंचांगम्

जय श्री बालाजी  अथ  पंचांगम्

जय श्री बालाजी  अथ  पंचांगम्
 पंचांगम्
जय श्री बालाजी  अथ  पंचांगम्

जय श्री बालाजी  अथ  पंचांगम्
जय श्री बालाजी जय श्री जलारामाय नम:
दिनाँक-: 08/07/2021,गुरुवार*
चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष
आषाढ
"(समाप्ति काल)

तिथि---------- चतुर्दशी 29:16:05      तक
पक्ष-------------------------- कृष्ण
नक्षत्र--------- मृगशिरा 20:57:34 
योग--------------- वृद्वि 16:17:41
करण--------- विष्टि भद्र 16:21:04
करण----------- शकुनी 29:16:05
वार------------------------- गुरूवार
माह------------------------- आषाढ
चन्द्र राशि-------- वृषभ 07:40:25
चन्द्र राशि-------------------  मिथुन 
सूर्य राशि-------------------   मिथुन
रितु----------------------------ग्रीष्म
सायन--------------------------वर्षा
आयन---------------------उत्तरायण
सायन------------------ दक्षिणायण
संवत्सर----------------------- प्लव
संवत्सर (उत्तर) --------आनंद
विक्रम संवत---------------- 2078
विक्रम संवत (कर्तक)---- 2077
शाका संवत----------------- 1943
सूर्योदय--------------- 05:31:32 
सूर्यास्त----------------- 19:16:58
दिन काल------------- 13:45:25 
रात्री काल-------------- 10:15:01
चंद्रोदय---------------- 05:50:45 
चंद्रास्त------------------ 18:06:27

लग्न----  मिथुन 21°55' , 81°55'

सूर्य नक्षत्र------------------ पुनर्वसु 
चन्द्र नक्षत्र------------------ मृगशिरा
नक्षत्र पाया--------------------लोहा

  पद, चरण 

वो---- मृगशिरा 07:40:25

का----मृगशिरा 14:19:44

की---- मृगशिरा 20:57:34

कु---- आर्द्रा 27:33:52

  ग्रह गोचर  

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य= मिथुन 21°52 '   पुनर्वसु    ,  1   के
चन्द्र = वृषभ 28°23 मृगशिरा  ,       3  वो
बुध = मिथुन 00°57'  मृगशिरा '     3   का
शुक्र= कर्क 18°55,   अश्लेषा       '  1    डी
मंगल=कर्क  22°30 '   अश्लेषा   '   2  डू
गुरु=कुम्भ  07°30 '  शतभिषा,     1   गो
शनि=मकर 18°43 '     श्रवण   '  3    खे
राहू=(व)वृषभ 14°50 ' रोहिणी ,   2  वा
केतु=(व)वृश्चिक  14°50 अनुराधा  , 4  ने

शुभा$शुभ मुहूर्त

राहू काल  14:07 - 15:51 अशुभ
यम घंटा  05:32 - 07:15 अशुभ
गुली काल  08:58 - 10:41 अशुभ
अभिजित  11:57 -12:52 शुभ
दूर मुहूर्त  10:07 - 11:02 अशुभ
दूर मुहूर्त  15:37 - 16:32 अशुभ

 चोघडिया, दिन
शुभ  05:32 - 07:15 शुभ
रोग  07:15 - 08:58 अशुभ
उद्वेग  08:58 - 10:41 अशुभ
चर  10:41 - 12:24 शुभ
लाभ  12:24 - 14:07 शुभ
अमृत  14:07 - 15:51 शुभ
काल  15:51 - 17:34 अशुभ
शुभ  17:34 - 19:17 शुभ

चोघडिया, रात
अमृत  19:17 - 20:34 शुभ
चर  20:34 - 21:51 शुभ
रोग  21:51 - 23:08 अशुभ
काल  23:08 - 24:24* अशुभ
लाभ  24:24* - 25:41* शुभ
उद्वेग  25:41* - 26:58* अशुभ
शुभ  26:58* - 28:15* शुभ
अमृत  28:15* - 29:32* शुभ

 होरा, दिन
बृहस्पति  05:32 - 06:40
मंगल  06:40 - 07:49
सूर्य  07:49 - 08:58
शुक्र  08:58 - 10:07
बुध  10:07 - 11:15
चन्द्र  11:15 - 12:24
शनि  12:24 - 13:33
बृहस्पति  13:33 - 14:42
मंगल  14:42 - 15:51
सूर्य  15:51 - 16:59
शुक्र  16:59 - 18:08
बुध  18:08 - 19:17

 होरा, रात
चन्द्र  19:17 - 20:08
शनि  20:08 - 20:59
बृहस्पति  20:59 - 21:51
मंगल  21:51 - 22:42
सूर्य  22:42 - 23:33
शुक्र  23:33 - 24:24
बुध  24:24* - 25:16
चन्द्र  25:16* - 26:07
शनि  26:07* - 26:58
बृहस्पति  26:58* - 27:49
मंगल  27:49* - 28:41
सूर्य  28:41* - 29:32

नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

 दिशा शूल ज्ञान-------------दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा  केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
 शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
 भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

  अग्नि वास ज्ञान  -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।   महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

       15 + 14 + 5 + 1 = 35  ÷ 4 = 3 शेष
 मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

    शिव वास एवं फल -

   29 + 29 + 5 = 63  ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास  = मृत्यु कारक

भद्रा वास एवं फल -

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

सांय 16:21  तक  समाप्त

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

    विशेष जानकारी  

मासिक शिवरात्रि व्रत

   शुभ विचार   

अत्यन्तकोपः कटुता च वाणी
दरिद्रता च स्वजनेषु वैरम् ।
नीचप्रसड्गः कुलहीनसेवा
चिह्नानि देहे नरकस्थितानाम् ।।
।।चा o नी o।।

 नरक में निवास करने वाले और धरती पर निवास करने वालो में साम्यता
१. अत्याधिक क्रोध 
२. कठोर वचन 
३. अपने ही संबंधियों से शत्रुता 
४. नीच लोगो से मैत्री 
५. हीन हरकते करने वालो की चाकरी.

 सुभाषितानि  

गीता -: आत्मसयंमयोग अo-06

सुखमात्यन्तिकं यत्तद्‍बुद्धिग्राह्यमतीन्द्रियम्‌ ।,
वेत्ति यत्र न चैवायं स्थितश्चलति तत्त्वतः ॥,

इन्द्रियों से अतीत, केवल शुद्ध हुई सूक्ष्म बुद्धि द्वारा ग्रहण करने योग्य जो अनन्त आनन्द है, उसको जिस अवस्था में अनुभव करता है, और जिस अवस्था में स्थित यह योगी परमात्मा के स्वरूप से विचलित होता ही नहीं॥,21॥,

   दैनिक राशिफल   


मेष राशि : 
सोचते कुछ हैं और होता कुछ है। जीवनसाथी की लापरवाही से बड़ा नुकसान हो सकता है। बिना योजना बनाए लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। आज आपके खर्च बढ़ेंगे।

वृषभ राशि : आपकी मेहनत और व्यवहार कुशलता से यश तथा लाभ में वृद्धि होगी। आपके प्रभाव से शत्रु शांत होंगे। पारिवारिक शांति, सुख-चैन रहेगा। निजी संबंधों में मधुरता आयेगी।

मिथुन राशि : लंबे समय से चली आ रही चिंता दूर होगी। सफलता से यश में वृद्धि होगी। विदेश जाने के योग बनेंगे। भय बना रहेगा। संतान के व्यवहार से नाखुश होंगे।

कर्क राशि : सोचने समझने की शक्ति में कमी आयेगी। माता-पिता के साथ समय व्यतीत होगा। धनलाभ के शुभ अवसर बनेंगे। विवादों में कमी होगी। विरोधी काम बिगाड़ सकते हैं।

सिंह राशि : परिवार में बुजुर्गों का स्वास्थ्य बिगड़ेगा। आप के कार्यस्थल पर विवादों को बढ़ावा मिलेगा। संयम से काम लें। आज मौन ही लाभदायक होगा।

कन्या राशि : समय के उतार चढ़ाव से निराश होंगे। जीवनसाथी से मनमुटाव हो सकता हैं, आज पुराने रोग उभरने की संभावना है। दिनचर्या नियमित बनाए रखने से लाभ होगा। धैर्य आवश्यक है।

तुला राशि : आपकी लोकप्रियता से शत्रु परास्त होंगे। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। मान-प्रतिष्ठा तथा लाभ के योग मजबूत होंगे। वाहन खरीदने के लिए समय उपयुक्त हैं। संपति के विवाद समाप्त होंगे।

वृश्चिक राशि : अपने आहार व्यवहार में तालमेल बनाये रखें। आर्थिक मामलों में सावधानी रखें, लाभ होगा। परिवार में शांति बनाए रखेगा। उदर रोग से पीडि़त रहेंगे, दिन मध्यम है।

धनु राशि : समय की अनुकूलता का आभास होगा। लंबे समय से अटके मामलों में आज गती आयेगी। व्यापारिक व्यस्यता बढ़ेगी। स्वास्थ्य नरम रहेगा। खर्च बढ़ेंगे, यात्रा के योग टालें।

मकर राशि : आज स्त्री पक्ष से लाभ के योग बनते हैं। संतान के स्वास्थ में सुधार होगा। सोच के परे काम हो रहे हैं। आज अचानक धनलाभ हो सकता है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। करियर में बदलाव आयेगा।

कुम्भ राशि : आज किसी दूर के मित्र से मुलाकात हो सकती है। नए अनुबंध फायदेमंद साबित होगी। आज धनलाभ होगा। शत्रु वर्ग सक्रिय रहेगा। कार्य की अधिकता रहेगी।

मीन राशि : समय की अनुकूलता का आभास होगा। व्यापार बदलने की जल्दबाजी न करें। खर्च की जगह लाभ होगा। निराशा कम होगी। स्वास्थ्य ठीक रहने के आसार हैं।

जलाराम बापा ज्योतिष संस्थान 
 8769588160