किसी भी संगठन को आगे बढ़ाने के लिए संगठित होना जरूरी-भगोरा

किसी भी संगठन को आगे बढ़ाने के लिए संगठित होना जरूरी-भगोरा

किसी भी संगठन को आगे बढ़ाने के लिए संगठित होना जरूरी-भगोरा

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति विकास परिषद डूंगरपुर की बैठक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति विकास परिषद डूंगरपुर के संरक्षक पद पर पूर्व विधायक अहारी व घाटियां को किया मनोनीत

KTG समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर,राजस्थान डूंगरपुर।

किसी भी संगठन को आगे बढ़ाने के लिए संगठित होना जरूरी है जिसका संगठन मजबूत होगा वो ही सभी परिस्थितियों को लड़ते हुए आगे निकलेगा ओर अपने समाज का नाम रोशन करेगा उक्त उदगार पूर्व सांसद व राष्ट्रीय एससी-एसटी विकास परिषद के संरक्षक ताराचंद भगोरा ने बुधवार को डूंगरपुर में राष्ट्रीय एससी-एसटी विकास परिषद की बैठक के दौरान बतौर मुख्यातिथि कहा साथ ही भगोरा ने जिले के युवाओं को आह्वान किया कि समाज को एक नई दिशा देने की आवश्यकता है जिसके लिए एकजुटता के साथ सामाजिक कार्यो में अपनी महत्ती भूमिका निभाते हुए शिक्षा को बढ़ावा देवे ओर आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन करें जिससे उनका भविष्य सुरक्षित रखा जा सके। बैठक में पूर्व विधायक व राष्ट्रीय एससी-एसटी विकास परिषद के जिलाध्यक्ष पूँजीलाल परमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संगठन की आगामी गतिविधियों के बारे में अवगत कराया व संगठन की मजबूती के लिए सभी से सुझाव मांगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक लालशंकर घाटियां ने कहा कि यह राष्ट्रीय स्तर का संगठन जो जिला स्तर पर तो सक्रिय होने ही चाहिए लेकिन इसकी इकाइयां पूरे जिले में बननी चाहिए ओर युवाओ को अधिक से अधिक जोड़ते हुए समाज को आगे बढ़ाना चाहिए।बैठक में ही राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति विकास परिषद डूंगरपुर के जिला संरक्षक पद पर पूर्व विधायक शंकरलाल अहारी व पूर्व विधायक लालशंकर घाटियां को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया।बैठक में पूर्व सांसद व संगठन सरंक्षक ताराचंद भगोरा,पूर्व विधायक लालशंकर घाटियां, पूर्व विधायक व जिलाध्यक्ष पूँजीलाल परमार,पूर्व प्रधान लक्ष्मण कोटेड,पसस व प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र भगोरा,प्रदेश प्रवक्ता सुखदेव यादव,कारीलाल सालेड़ा, युवा नेता रूपचंद भगोरा, सुंदरलाल परमार,विजयलाल रोत,मोगजी भगोरा, मदनलाल कटारा, राजमल रोत,रूपलाल भगोरा, गोविंद डामोर,मानशंकर रोत,गंगाराम डामोर,कृपाराम रोत,कन्हैयालाल कटारा, हलिया,गौतमलाल खराड़ी,पूँजीलाल भगोरा, विमलप्रकाश दोण्डियार,महेंद्र भगोरा, मुकेश खांट, कारीलाल मीणा, थावरचंद कटारा,बसन्त रावत आदि मौजूद थे।