खडिया परियोजना मे ओबी निकालने का काम कर रही बीजीआर कंपनी के कर्मचारियों ने बीजीआर कंपनी पर शोषण करने व तानाशाही का आरोप लगाकर  विरोध किया ।

केटी जी समाचार मध्य प्रदेश सिंगरौली, विभिन्न मांगों को लेकर आज शुक्रवार सुबह पहली पाली डयुटी न जाकर कंपनी के कैंप मे दर्जनों कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर रहे है

खडिया परियोजना मे ओबी निकालने का काम कर रही बीजीआर कंपनी के कर्मचारियों ने बीजीआर कंपनी पर शोषण करने व तानाशाही का आरोप लगाकर  विरोध किया ।
  • खडिया परियोजना मे ओबी निकालने का काम कर रही बीजीआर कंपनी के कर्मचारियों ने बीजीआर कंपनी पर शोषण करने व तानाशाही का आरोप लगाकर  विरोध किया ।

केटीजी समाचार
मध्य प्रदेश सिंगरौली
राजेश वर्मा हेड इंचार्ज


सोनभद्र। शक्तिनगर। एनसीएल खडिया परियोजना मे ओबी निकालने का काम कर रही बीजीआर कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों ने कंपनी पर शोषण करने व तानाशाही का आरोप लगाकर विभिन्न मांगों को लेकर आज शुक्रवार सुबह पहली पाली डयुटी न जाकर कंपनी के कैंप मे दर्जनों कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर रहे है । एनसीएल सीएमडी उपजिलाधिकारी मुख्य महाप्रबंधक माइनिंग मानवाधिकार लखनऊ सहायक श्रमायुक्त इलाहाबाद शक्तिनगर थानाध्यक्ष को पत्र भेजकर मामले मे हस्तक्षेप की मांग बीते बुधवार को किया है। आज तीसरे दिन शुक्रवार तक कोई भी पहल न होने से हिंदी भाषी के कर्मचारियों ने बीजीआर कैंप पहुच कर वार्तालाप की कोशिश की लेकिन कंपनी की ओर से सार्थक पहल न होने से कर्मचारियों व पदाधिकारियों मे सुबह से तीखी नोकझोंक जारी है। कंपनी के एच आर रवि बघेल के साथ अन्य पदाधिकारी ने मजदूरों से वार्तालाप किया लेकिन मजदूरों के हित मे निर्णय न होने से उन्होंने काम बंदी कर रखा है।रवि बघेल का कहना है की जिम्मेदार अधिकारी नहीं है दस दिनो बाद आयेंगे तो वार्ता होगी तबतक कार्य करे।  नाम न छापने की शर्त पर कर्मचारी ने बताया की वर्मा साहब केंप मे ही है लेकिन सामने आकर बात नही कर रहे नाम न छापने की शर्त पर मजदूर ने बताया की अप्रेल माह से ही उन्हें व प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को पंद्रह दिन डयूटी दी जा रही थी बाद मे जून माह से 20 डयुटी कर दी गई जबकि अन्य कर्मचारियों को 26 व तेलगु भाषी कर्मचारियों को 30 दिन डयुटी दी जा रही है । कर्मचारियों की मांग है की उन्हें भी 26 डयूटी दी जाए और जल्द से जल्द बकाये रकम का भुगतान किया जाये। इसी को लेकर कर्मचारी लामबंद हुए है ओबी निकालने का कार्य कर रही कंपनीयो मे मजदूरों का शोषण चरम पर पहुच चुका है बीजीआर नामक कंपनी मे शोषण का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई बार मजदूर अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य हुए है । मजदूरों ने बताया है की 2017 से एनसीएल के कागज पर धमकी पूर्वक कागजातों पर हस्ताक्षर लेने के साथ आधार कार्ड व फोटो हस्ताक्षर किया हुआ लिया गया मजदूरों ने जब इसके बारे मे जानना चाहा तो काम से हटा दिये जाने व पुलिस से पिटवाने की बात कही जाती है जिससे मजदूरों मे भय का माहौल बना हुआ है कुछ मजदूर डर से काम छोड चुके है कुछ को हटा दिया गया है। मजदूरों को 2017 से छुट्टी का भुगतान न करने के अलावा 2019-20 से बोनस 2018-19 से रविवार की डबल हाजरी व समय से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है जिस कारण मजदूर आर्थिक तंगी से गुजरने को मजबूर है कोरोना महामारी मे कर्ज लेकर उन्हें परिवार का भरण पोषण करना पड रहा है। मजदूरों में वरुन सिंह नंदकिशोर जितेन्द्र विमलेश वतन कुमार राकेश उदयभान राजू रमाशंकर राजेन्द्र जितेन्द्र गुप्ता मधुसुदन धीरेंन्द्र कुमार इंद्रजीत अमरेश संतोष मुकेश कादिर सुनील चंन्द्रेश संदीप धीरज अनील के साथ दर्जनों मजदूरों ने जिलाधिकारी एसपी व मुख्यमंत्री से मामले मे हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की मांग बुधवार को पत्र भेजकर की है लेकिन अभी तक कोई भी कदम नहीं उठता देख भाजपा सरकार से मजदूरों का भरोसा उठता जा रहा है ।