जिला अस्पताल में बंद होटल/दुकान को चालू करने के लिए संभागायुक्त को सौंपा आवेदन
- मरीजों व परिजनों को गर्म पानी, दूध, चाय के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। जिला चिकित्सालय परिसर में मरीजों की सुविधा हेतु 30 वर्षों से दूध, चाय, पोहा की होटल चल रही थी। जिसे तीन वर्ष पूर्व व्यक्तिगत लाभ हेतु संबंधित अधिकारियों ने बंद करा दी थी। जिसे उच्च न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर उच्च न्यायालय में दुकान चालू कराई गई। वर्तमान में कोरोना काल के कारण तीन माह से दुकान जिला प्रशासन के आदेश से बंद पड़ी हुई है। मरीजों व परिजनों की सुविधा बंद दुकान को पुन: चालू करने एवं जिला अस्पताल में बंद पड़े कैंटीन को चालू करने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आरबी भाई पटेल ने संभागायुक्त उज्जैन को पत्र सौंपा। श्री पटेल ने बताया कि वर्तमान में अभी एक माह से दुकान चालू कर कोरोना के बाद दुकान एक माह खुली थी, लेकिन संबंधित विभागीय अधिकारियों ने व्यक्तिगत लाभ नहीं मिलने से दुकान तोड़ने/खाली करने के आदेश दे दिए। दुकानदार द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर दुकान तोडऩे के विरूद्ध उच्च न्यायालय ने स्टे दिया गया। लेकिन व्यक्ति स्वार्थ एवं लाभ प्राप्त न होने से संबंधित अधिकारी द्वारा माननीय न्यायालय के आदेश का पालन न करते हुए दुकान तोड़ी गई। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी प्रशासन द्वारा दुकान नहीं खोलने दी जा रही है। आधी दुकान क्षतिग्रस्त कर दी गई है। जिससे जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को गर्म पानी, दूध, चाय, पोहा आदि के भटकना पड़ रहा है। मरीजों के हितार्थ हेतु एक कैंटीन बनाने के आदेश दिये गये और लाखों रुपये खर्च करने के पश्चात जिला चिकित्सालय परिसर, देवास में निर्माण किया गया। कैंटीन निर्माण में 10 वर्ष बीत गये है, कैंटीन पर अब भी ताला लगा हुआ है। श्री पटेल ने संभागायुक्त से मांग की है कि जनहित एवं मानवीय आधार पर जिला चिकित्सालय परिसर में जो 50 वर्ष पूर्व दुकान बनाई गई थी उसे पुनः: चालू किया जाए।