18 जून को इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की प्लेइंग 11 होगी लगभग इस तरह, गेम चेंजर साबित हो सकता है ये खिलाड़ी

18 जून को इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की प्लेइंग 11 होगी लगभग इस तरह, गेम चेंजर साबित हो सकता है ये खिलाड़ी

18 जून को इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच  आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की प्लेइंग 11 होगी लगभग इस तरह, गेम चेंजर साबित हो सकता है ये खिलाड़ी
18 जून को इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच  आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की प्लेइंग 11 होगी लगभग इस तरह, गेम चेंजर साबित हो सकता है ये खिलाड़ी

kTG समाचार

18 जून को इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की प्लेइंग 11 होगी लगभग इस तरह, गेम चेंजर पंत को माना जा रहा है।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए टीम इंडिया का पलड़ा  भारी है. इंडिया ने सिर्फ एक सीरीज गंवाकर ही फाइनल में जगह बनाई है. रिषभ पंत का शानदार फॉर्म गेम चेंजर का काम कर सकता है .

इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. फाइनल मुकाबले के लिए इंडिया को न्यूजीलैंड के मुकाबले तैयारी का वक्त तो काफी मिला है, लेकिन दिग्गज खिलाड़ियों से भरी हुई टीम का दावा खिताब को लेकर काफी मजबूत है. कप्तान विराट कोहली ने अब तक प्लेइंग 11 को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, पर प्लेइंग 11 को लेकर  संकेत मिल ही चुके हैं.

इंडिया ने मंगलवार को फाइनल के लिए 15 सदस्यों की टीम का एलान कर दिया. ओपनिंग स्लॉट में रोहित शर्मा और शुभमन गिल को जगह मिली चुकी है. आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत में टीम मैनेजमेंट ने रोहित शर्मा को ओपनिंग का जिम्मा देने का फैसला किया था. कप्तान विराट कोहली का यह दांव काम कर गया और रोहित शर्मा ने टेस्ट चैंपियनशिप के 11 मैचों में चार शतक जड़े. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 161 रन की पारी खेलकर रोहित ने दिखा दिया कि वह बेहद मुश्किल पिच पर भी ओपनर की भूमिका बेहतरीन तरीके से निभा सकते हैं. वहीं शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट की दूसरी पारी में 91 रन पारी खेलकर अपने आप साबित कर किया है.भारत के पास चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अंजिक्य रहाणे के रूप में बेहद ही मजबूत मिडिल ऑर्डर है. इन तीनों ही खिलाड़ियों के पास 70 से ज्यादा टेस्ट खेलने का काफी अनुभव है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में चेतेश्वर पुजारा ने लगभग हर मैच में एक छोर को मजबूती से संभाले रखा था. विराट कोहली पिछले दो साल से शतक तो नहीं लगा पाए हैं, लेकिन उन्होंने इस दौरान 80 या 90 रन कई पारियां खेली हैं.

रहाणे ने मेलबर्न टेस्ट में शतक जड़कर दिखा दिया था कि वह बेहद मुश्किल हालात में टीम इंडिया को बचाने की काबिलियत रखते हैं.और उन्होंने पहले भी टीम इंडिया के लिए काफी सही साबित होते आए है, न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में रिषभ पंत भारत के सबसे बड़े खिलाड़ी और गेम चेंजर माने जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया में वापसी करने के बाद से ही रिषभ पंत अलग ही लेवल पर बल्लेबाजी कर रहे हैं. सिडनी टेस्ट को ड्रॉ करवाना हो या फिर ब्रिस्बेन टेस्ट में जीत सिर्फ पंत की वजह से ही मुमकिन हुई. इंग्लैंड के खिलाफ भी पंत ने लगभग हर मैच में बल्ले से अहम योगदान दिया.रविंद्र जडेजा और आर अश्विन के रूप में टीम इंडिया के पास दो वर्ल्ड क्लास स्पिनर हैं. ये दोनों खिलाड़ी फिलहाल बल्ले से भी शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. जसप्रीत बुमराह तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के नंबर वन तेज गेंदबाज है. इंडिया के लिए अच्छी बात है कि उसके दो दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा भी फाइनल के लिए पूरी तरह से फिट हैं. इसके अलावा मोहम्मद सिराज ने भी प्लेइंग 11 में अपना दावा मजबूती से ठोंका है. सिराज के खेलने की स्थिति में शमी या इशांत में से किसी एक खिलाड़ी को प्लेइंग 11 से बाहर बैठना पड़ सकता है .