प्रशासन द्वारा उपेक्षा के शिकार गाडिया लोहार

रैणी सीमा पर टहटडा के समीप सड़क के किनारे खुले आसमान के नीचे गाडिया लोहार के दस बारह परिवार रह रहे है ।इन सभी का ग्राम पंचायत रैणी का राशन कार्ड है

प्रशासन द्वारा उपेक्षा के शिकार गाडिया लोहार
गाडिया लोहार उपेक्षा के शिकार बने हुए हैं
प्रशासन द्वारा उपेक्षा के शिकार गाडिया लोहार

प्रशासन द्वारा उपेक्षा के शिकार गाडिया लोहार

KTG   समाचार नीरज माहेश्वरी राजगढ़ अलवर राजस्थान

रैणी उपखंड मुख्यालय पर ग्राम पंचायत रैणी क्षेत्र में गत दस वर्षों से स्थाई रुप से रह रहे गाडिया लोहार उपेक्षा के शिकार बने हुए हैं। जब गाडीया लोहार चींटाराम से पूछा तो चींटाराम ने बताया कि रैणी सीमा पर टहटडा के समीप सड़क के किनारे खुले आसमान के नीचे हम गाडिया लोहार के दस बारह परिवार रह रहे है ।इन सभी का ग्राम पंचायत रैणी का राशन कार्ड है। जिसकी वजह से हमे मात्र खाद सुरक्षा सूची में सम्मिलित होने के कारण राशन सुविधा मुहैया है। इन द्वारा सरपंच विकास अधिकारी उपखंड अधिकारी सहित क्षेत्रीय विधायक से पेयजल की व्यवस्था तथा रहवास के लिए पट्टे आवंटित करने की कई बार मांग की जा चुकी है। लेकिन राज्य सरकार द्वारा हमे प्रदत्त इन सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। भीषण गर्मी में पीने के पानी के लिए दूर दराज जाना पड़ता है। चींटा लुहार व महिलाओं ने बताया कि यदि ग्राम पंचायत टंकी का निर्माण भी करवा दे। तो हम अपने स्तर या भामाशाओं के सहयोग से टैंकर द्वारा टंकी भरवा सकते हैं। लेकिन हमारी कोई सुनता नहीं है। और ना ही कोई हमारी और ध्यान देता है। हम इस सरकार के राज्य में नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं।