चामुण्डा स्टैण्डर्स मिल के श्रमिकों ने महिलाओं के साथ मिलकर किया चक्काजाम
-भोलेनाथ मंदिर पर आरती कर श्रमिक परिवारों ने हाथों में तख्तियां लेकर शहरभर में निकाली रैली
- कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए अड़े श्रमिक, 7 दिवस का मिला आश्वासन
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। चामुण्डा स्टैण्डर्स मिल कंपनी बालगढ़ के श्रमिक अपने बकाया पैसे दिलाए जाने की मां को लेकर संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में काफी समय से संघर्षरत है। कंपनी के श्रमिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल को करीब एक माह से ज्यादा हो गया है, लेकिन सुनवाई नही हो रही है। श्रमिकों ने अब तक सात से आठ बार आवेदन व ज्ञापन दे दिया है, झांझ मंजीरे के साथ रैली निकालकर भी अवगत कराया, लेकिन मामला जस का तस ही बना रहा। कंपनी श्रमिक बाबूलाल मंडलोई एवं केसरसिंह गुर्जर ने बताया गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस महामंत्री प्रदीप चौधरी एवं समाजसेवी इंदर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में समस्त श्रमिक घर परिवार की महिलाओं के साथ सडक़ पर उतरे। पूरे बालगढ़ में नारेबाजी कर रैली निकाली। तत्पश्चात बालगढ़ रोड़ स्थित भोलेनाथ मंदिर पहुंचे। जहां श्रमिकों ने भोलेनाथ जी आरती कर प्रदर्शन रैली को आगे बढ़ाया। वहां से समस्त श्रमिक व महिलाएं हाथों में तकतियां लेकर नारेबाजी करती हुई रैली के रूप में चलना प्रारंभ हुई। रैली मीरा बावड़ी, केदारेश्वर मंदिर, महेश टॉकीज, तीन बत्ती चौराहा, नॉवेल्टी चौराहा, तहसील चौराहा होते हुई जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची। जहां सभी कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए अड़ गए, कलेक्टर ज्ञापन लेने नही पहुंचे तो सभी कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। वहां उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कुछ देर श्रमिकों को संबोधित करते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन पर तंज कसा। जिला कलेक्टर जब मौके पर ज्ञापन लेने नही पहुंचे तो सभी श्रमिकों व महिलाओं ने मुख्य गेट से अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन उसके बाद भी जिला कलेक्टर ज्ञापन लेने नही आए। तब आक्रोशित होकर समस्त पीड़ीत श्रमिक और महिलाओं ने मिलकर एबी रोड पर चक्का जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की। देखते ही देखते हाईवे पर लंबा जाम लग गया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा। प्रदर्शन के दौरान जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयप्रकाश शास्त्री पहुंचे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की। अंत में श्रमिकों ने श्री चौधरी के साथ मिलकर डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिंह एवं तहसीलदार पूनम तोमर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन पश्चात प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सात दिवस के अंदर कम्पनी के मुख्य लोगों से बैठक कराकर जल्द से जल्द समस्या का निराकरण करायेंगे। तब जाकर चक्का जाम और विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ। इस दौरान कंपनी श्रमिक सुमेर सिंह गुर्जर, प्रभाशंकर वाजपेयी, बाबूलाल पटेल, गोरधन देसाई, तेजराम मुकाती, मनोहर पहलवान, अरुण, ओमप्रकाश सूर्यवंशी, रामसिंह अंधेरिया, चेतन गुर्जर, दीपक जाटवा, ओमप्रकाश शगरवंशी, रामप्रसाद पटेल, विशाल भाटिया, अरूण लोधवाल, छोटू सिंह गुर्जर, दशरथ शिंदे, मेहरबान सिंह मालवीय, रमेश, रामसेवक सहित बड़ी संख्या में श्रमिक और महिलाओं ने प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया।