भूत-भविष्य की चिंता मत करो, सिर्फ कर्म करो- पं. द्विवेदी

भूत-भविष्य की चिंता मत करो, सिर्फ कर्म करो- पं. द्विवेदी

भूत-भविष्य की चिंता मत करो, सिर्फ कर्म करो- पं. द्विवेदी
भूत-भविष्य की चिंता मत करो, सिर्फ कर्म करो- पं. द्विवेदी
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। श्रीराम मंदिर इटावा पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा को प्रारंभ करते हुए भागवताचार्य पं. इंद्र भानु प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि आलसी, प्रमादी, मुर्दा जीवन जीने से तो सकाम करना ठीक है। आलसी, प्रमादी होकर पड़ा रहना कोई निवृत्ति नही है। ऐसा मुर्दा जीवन भी कोई जीवन है। कोई चीज मिल जाना भाग्य की बात नही है, कोई चीज खो जाना दुर्भाग्य की बात नही है।  चीज मिल जाए तो उसका ठीक उपयोग करना, चीज खो जाए तो उसको खोजना, लेकिन समता नही खोना। समता के सिंहासन पर डटे रहना यह परम सौभाग्य है। स्वार्थ, त्याग से जीवन जीएगा उतना ही जीवन उन्नत होता जाएगा। निस्वार्थ कर्म करने से स्वार्थ विलीन हो जाता है, भूत और भविष्य की चिंता मत करो। बीत गया उसका शोक मत करो। श्रीमद भागवत कथा का समाजसेवी रमेेश कुमार अग्रवाल, भाजपा जिला महामंत्री राजेश यादव, जयवर्धन जोशी, पूर्व पार्षद मनीष सेन, टीपी तिवारी, पूर्व पार्षद रईस खान ने अपने हाथो से पूजन कर महाआरती की। श्री राम मंदिर समिति के मुकुल बांगर ने बताया कि 6 अक्टूबर को पितृ अमावस्या पर पितृ तर्पण का कार्यक्रम समिति ने आयोजित किया है। जिसमें जो भी व्यक्ति अपने पितरों का तर्पण करना चाहता है वह सम्मिलित हो सकता है।