आजादी के अमृत महोत्सव में महिलाओं की भूमिका

आजादी के अमृत महोत्सव में महिलाओं की अहम भूमिका

आजादी के अमृत महोत्सव में महिलाओं की भूमिका
आजादी के अमृत महोत्सव में महिलाओं की अहम भूमिका
KTG लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में असंख्य महिलाओं ने भी अपने प्राणों की आहुति दी थी, जिसके त्याग पर हमें आजादी प्राप्त हुई है जो अथक संघर्ष का परिणाम के बल पर संभव हो पाया है। शनिवार को आजादी के 75 वर्ष पर आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव में भी महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिससे हमें संविधान के मूल्यों, राष्ट्र सर्वोपरि की भावना का विकास होगा। उक्त विचार जन शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सहभागी प्रशिक्षकों ने व्यक्त किए। संस्थान निदेशक डॉ. मुकेश प्रसन्न ने बताया कि संस्थान द्वारा वर्षभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर किया जा रहा है। जिसमें पदयात्रा, विचार गोष्ठी, व्याख्यान, प्रतियोगिता, चेतना रैली आदि किए जाते है। उक्त कार्यक्रम में श्रीमती पूर्णिमा बाऊस्कर, मोनिका बरेठा, भावना मिश्रा, कल्पना पालीवाल, हेमगिरजा सोनी, राखी पटेल, सुनीता शर्मा, सुनीता यादव, शहनाज बी, हीरामणि सूर्यवंशी आदि उपस्थित थे। संचालन सीताराम मालवीय ने किया व आभार मुकेश रेकवाल ने माना।