यातायात प्रभारी सिंगरौली दीपेंद्र सिंह कुशवाह सुस्त ट्रांसपोर्टर मस्त आम जनता त्रस्त

यातायात प्रभारी सिंगरौली दीपेंद्र सिंह कुशवाह सुस्त ट्रांसपोर्टर मस्त आम जनता त्रस्त
केटीजी समाचार सिंगरौली एमपी हेड राजेश वर्मा
सिंगरौली। जिले की यातायात व्यवस्था सवालों के घेरे में है। आज दोपहर लगभग 12 बजे ग्राम परसौना में ओवरलोड टेलरों ने घंटों जाम लगाया। इस जाम में एंबुलेंस तक फँस गई, चालक कई बार गाड़ी निकालने का प्रयास करता रहा लेकिन ओवरलोड ट्रेलरों के आगे बेबस नजर आया। मोटरसाइकिल चालक भी जाम में फँसकर परेशान हुए।
विडंबना यह है कि हाल ही में शासन द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया, लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है। यातायात प्रभारी दीपेंद्र सिंह कुशवाह पर गंभीर आरोप हैं कि वे गरीब किसानों और तीन पहिया ऑटो चालकों को ही निशाना बनाते हैं। वहीं, जिले में हजारों की संख्या में ओवरलोड ट्रक, डंपर और ट्रेलर खुलेआम दौड़ रहे हैं, जिन पर कार्रवाई का नाम तक नहीं लिया जाता।
ग्रामीणों का कहना है कि गरीब किसान अगर खाद लेने जाते हैं या ऑटो चालक रोज़ी-रोटी के लिए सवारी ढोते हैं, तो उन्हें पकड़कर यातायात थाना ले जाया जाता है। वहां कथित रूप से मुंशी उमेश बागरी द्वारा 10 हजार तक वसूली की दर तय की जाती है। मजबूर किसान या ऑटो चालक कई बार कर्ज लेकर रकम देता है, लेकिन बदले में सिर्फ ₹500 की रसीद दी जाती है। शेष राशि की कोई पर्ची नहीं काटी जाती।
आरोप यह भी है कि बड़े वाहनों के मालिक समय रहते ‘महीना’ पहुँचा देते हैं, जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। यही कारण है कि थाने के रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा चालान गरीब किसानों और छोटे वाहनों के ही मिलेंगे।
स्थानीय लोग बताते हैं कि यातायात प्रभारी कभी खुद सड़क पर उतरकर ड्यूटी नहीं करते। ज्यादातर समय बोलेरो में बैठे रहते हैं या फिर बंगले पर। केवल तब चौराहों पर दिखते हैं जब जिले के कप्तान का काफिला निकलता है।
सिंगरौली की जनता अब उम्मीद लगाए बैठी है कि संभाग के आईजी साहब इस पूरे मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई करेंगे।