बैराड़: विगत दिनों दो बाइक्स के बीच हुए एक्सीडेंट में 7 दिन बाद इलाज के दौरान सुनील जाटव ने अस्पताल में तोड़ा दम।
बढ़ती हुई जनसंख्या के चलते इस भागम भाग भरी जिंदगी में एक्सीडेंट होना आम बात हो गई है परंतु फर्क तो तब पड़ता है जब एक्सीडेंट से किसी का घर उजड़ जाता है। पुलिस ऐसी बारदातो को रोकने के लिए वाहन चेकिंग कर हेलमेट की सलाह देती आई है सायद इन्हीं लापरबाहियो को अनदेखा करने से एक्सीडेंटल केस बड़ रहे हैं।
बैराड़: विगत दिनों दो बाइक्स के बीच हुए एक्सीडेंट में 7 दिन बाद इलाज के दौरान सुनील जाटव ने अस्पताल में तोड़ा दम।
विगत दिनों बैराड़ ठगोसा रोड पर दो बाइक्स के बीच भयंकर टक्कर हुई जिससे दोनों पक्ष घायल हुए बैराड़ पुलिस मामला दर्ज़ कर उन्हें नाजुक स्थिति देख जिला अस्पताल रैफर कर दिया था। आज ग्वालियर इलाज उपरांत सुनील जाटव ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने शव को थाने में रख हंगामा कर दिया और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाएं हैं परिजनों का कहना है हमारे मृतक सुनील जाटव और मोनू जाटव को दूसरी पार्टी दंगल यादव के परिजनों ने घायल अवस्था में पीटा था जिससे उसकी मौत हो गई है। परिजनों ने धारा 302 और हरिजन एक्ट लगाने की मांग की है बही पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए पीएम रिपोर्ट आ जाने के बाद धारा और बढ़ेंगी का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर दंगल यादव के परिजनों में से शिवसिंह यादव ने कहा कोई घायल को उपचार के लिए भेजता है तो कोई इस व्यादि से बचने के लिए भागता है परंतु घायल को पीट कर वासी हत्या अपने सर पर कोई नहीं लेता। एक्सीडेंट हुआ है परंतु उसके बाद लगाए गए आरोप मिथ्या हैं। पूरा मामला बता दें की बैराड़ विगत 27.1.2024 को सुनील जाटव साथी मोनू जाटव बैराड़ निवासी गाड़ी एमपी 33 एमडब्ल्यू 6555 से पास ही गांव ठगोसा में काम करने जा रहे थे उसी बीच दंगल यादव अपने साथी के साथ गाड़ी एमपी 33 जेडसी 5570 से सामने से आ रहा था। गाडियां अनबैलेंस होकर आपस में टकराईं और दोनों पक्ष बुरी तरह घायल हुए।