आदिवासी बालकों से पूरी रात धान की थ्रेसिंग कराई , सुबह मजदूरी मांगी तो मिलीं लाठियां।
आए दिन सहरिया जनजाति की प्रताड़नाओं की खबरें आती रहती हैं जिसमें प्रशासन की ढील से दबंगो पर मामला दर्ज नहीं होता। परंतु आज कल सहरिया क्रान्ति उभर कर सामने आ रही है जो सहरियाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ काम कर रही है।
*आदिवासी बालकों से पूरी रात धान की थ्रेसिंग कराई , सुबह मजदूरी मांगी तो मिलीं लाठियां*
सहरिया क्रांति की पहल पर दर्ज हुआ मामला
शिवपुरी
शिवपुरी जिले में दबंगों का आतंक झेल रहे सहरिया आदिवासियों को कदम कदम पर प्रताडऩाओं के दौर से गुजरना पढ़ रहा है । आए दिन सहरिया जनजाति के लोग दबंगों की शिकायते लेकर पहुँच रहे हैं । आज फिर सुरवाया थाना अंतर्गत आने वाले गढ़ी बरोद कॉलोनी के चार बालकों को एक दबंग ने रात भर अपने खेत पर थ्रेसर से धान निकलवाई और जब सुबह उन्होने काम पूरा कर घर जाने को कहते हुये अपनी मजदूरी मांगी तो दबंग ने लाठी से चारों को बेरहमी से पिटाई कर दी । बामुशक्ल चारों बच्चों ने भागकर अपनी जान बचाई । पुलिस ने सहरिया क्रांति की सूचना पर दबंग आरोपी के विरुद्ध मामला ल्कायम कर लिया है ।
जानकारी अनुसार सुरवाया थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम गढ़ी बरोद कॉलोनी मे निवासरत दिलीप पुत्र कल्ला आदिवासी ने बताया कि जब वो अपने घर पर था तो पटपरा के राम अवतार गुर्जर ने उसके यहाँ रातभर को थ्रेसर से धान निकालने की मजदूरी को तय किया । बातचीत अनुसार दिलीप आदिवासी अपने साथ गोविंदा आदिवासी व अर्जुन आदिवासी व एक अन्य के साथ उसके खिरख पर रात को काम करने पहुँच गए और रात भर थ्रेसर से धान निकाली । इसके बाद अगले दिन सुबह 6 बजे तय अनुसार काम खत्म करके घर जाने एवं मजदूरी देने को कहा तो रामवतार गुर्जर बोला कि अभी और काम करो तब जाने दूंगा , इस पर बालकों ने कहा कि हमारी तय 6 बजे तक की थी अब हम थक गए हैं घर जाने दो । इसी बात पर राम अवतार गुर्जर ने गालियां देना शुरू कर दिया जब गालियां देने से मना किया तो लाठी उठाकर मारना पीटना शुरू कर दिया । बामुशक्ल भागकर चारों अपने घर आए ,फिर परिजनों के साथ सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन को जानकारी दी जिसके बाद उन्होने था पुलिस को अवगत क्राकार आरोपियों के विरुद्ध मामला कायम करने की अपील की । आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने धारा 294,323,506सहित अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम की धाराओं के तहत मामला कयाम कर लिया है।