सतपुड़ा एकेडमी में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति' पर कार्यशाला एवं ‘शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग’ सम्पन्न हुआ

राष्ट्रीय शिक्षा नीति' के विषय में चर्चा करते हुए,इस नीति की अवधारणा, आवश्यकता और महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया तथा 5+3+3+4 की पद्धति से भी अवगत कराया। शिक्षकों से उनकी जिज्ञासाओं को पूछकर उसका भी समाधान किया।

सतपुड़ा एकेडमी में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति' पर कार्यशाला एवं ‘शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग’ सम्पन्न हुआ

        KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश

देवास 07 अक्टूबर 2022 को सतपुड़ा एकेडमी में विद्यालय के संस्थापक एवं चैयरमेन रायसिंह जी सेंधव के निर्देशन एवं अध्यक्षता में विद्यालय के समस्त शिक्षकों की कार्यशाला एवं प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। 

सर्वप्रथम सम्माननीय अतिथियों द्वारा माता सरस्वती एवं भारत माता के समक्ष दीप प्रज्जवलित और पूजन करके सरस्वती वंदना के साथ कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। इसके बाद विद्यालय के आचार्यों द्वारा मंचासीन अतिथियों का तिलक, श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ द्वारा स्वागत किया गया।शिक्षक मुकेश पांडे द्वारा अतिथियों का शब्दों से स्वागत किया गया। तत्पश्चात कार्यशाला का प्रथम सत्र प्रारंभ हुआ। विद्या भारती शिक्षा प्रतिष्ठान- मालवा प्रांत के सह प्रांत प्रमुख आदरणीय सुंदरलाल जी शर्मा इस कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका में रहे। प्रथम सत्र में उन्होंने ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति' के विषय में चर्चा करते हुए,इस नीति की अवधारणा, आवश्यकता और महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया तथा 5+3+3+4 की पद्धति से भी अवगत कराया। शिक्षकों से उनकी जिज्ञासाओं को पूछकर उसका भी समाधान किया।

तत्पश्चात ‘Classroom Process’ नामक द्वितीय सत्र में आदरणीय शर्मा जी ने सभी शिक्षकों को कक्षा में कैसे जाना चाहिए,किस मानसिकता के साथ जाना चाहिए, हमारे व्यवहार का विद्यार्थियों पर प्रभाव कैसा पड़ता है, क्या पढ़ाना, क्यों पढ़ाना, कैसे पढ़ाना,कितना पढ़ाना जैसी आंतरिक तैयारियों के लिए प्रेरित किया।

शिक्षा को सुगम एवं सहज बनाने हेतु आनंदमयी शिक्षा, प्रायोगिक शिक्षा, संवादात्मक दृष्टिकोण, गतिविधि आधारित अधिगम, समग्र शिक्षा,खोज आधारित शिक्षा, शिक्षार्थी केन्द्रित शिक्षा, समावेशी शिक्षा, पूछताछ संचालित शिक्षा, सहयोगपूर्ण शिक्षा, सृजनात्मक शिक्षा, संवाद कौशल, डिजिटल साक्षरता,चर्चात्मक शिक्षा, अंतर्विषयक शिक्षा, बहुविषयक, योग्यता आधारित शिक्षा, चिंतन आधारित शिक्षा, वैज्ञानिक दृष्टिकोण आदि विभिन्न प्रकारों को विस्तारपूर्वक समझाया तथा शिक्षकों को कक्षा में आने वाली समस्याओं के विषय में चर्चा, आदर्श शिक्षक कैसा हो तथा राष्ट्र और समाज के लिए शिक्षक की भूमिका को वृहद रूप से समझाया।

इसके बाद विद्यालय के प्राचार्य श्री नरेश जी पंचोली, माध्यमिक कक्षा प्रभारी श्रीमती रजनी यादव, प्राथमिक कक्षा प्रभारी श्रीमती सोमानी घोष तथा मुकेश पांडे द्वारा अतिथियों का सम्मान किया गया। पूर्व पाठ्यपुस्तक निगम अध्यक्ष एवं विद्यालय संस्थापक श्री रायसिंह जी सेंधव ने कार्यशाला प्रशिक्षक सुंदरलाल जी शर्मा का आभार व्यक्त किया गया।