15000 की रिश्वत लेते ट्रेजरी ऑफिसर पकड़े गए

ट्रेजरी विभाग के 2 कर्मचारियों को  लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ा

संयुक्त कार्यालय में टीम के पहुंचते ही मची खलबली, तमाशबीनों का जुड़ा मजमा

प्रदीप खरे

टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] संयुक्त कार्यालय में  अचानक ट्रेजरी कार्यालय में अधिकारी कक्ष में लोकायुक्त टीम ने छापामारी की तो अधिकांश कार्यालयों में सनसनी फैल गई। दोपहर चली कार्रवाई के दौरान ट्रेजरी अधिकारी सहित एक अन्य कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। इस कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त टीम ने वैधानिक कार्रवाई कर मामला दर्ज किया है। अब तक जिले मेंं लोकायुक्त टीम ने जिस सूझबूझ से छापामारी की है, उससे लोगों का भरोसा और भी पुख्ता हो गया है। ज्ञात हो कि लोकायुक्त टीम ने अब तक जिले में अनेक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को रिश्वत कांड में पकड़ कर सलाखों तक पहुंचा दिया है। आज एक बार फिर लोकायुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई को सफलता पूर्वक अंजाम दिया। बताया गया है कि जिला स्वास्थ्य विभाग के पूर्व सीएमएचओ शिवेंद्र कुमार चौरसिया के द्वारा लोकायुक्त में शिकायत की गई थी, जिसको लेकर आज लोकायुक्त टीम ने दोपहर दो बजे के लगभग यहां छापामार कर वैधानिक कार्रवाई की। पूर्व सीएमएचओ श्री चौरसिया से ट्रेजरी विभाग के कर्मचारी भुगतान के एवज में रिश्वत मांगी गई थी, शिकायत के बाद लोकायुक्त द्वारा मामले की पुष्टि की गई और आज ट्रेजरी विभाग में 2 कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। अधिकारी टीकमगढ़ जिला स्वास्थ्य विभाग पूर्व सीएमएचओ शिवेंद्र कुमार चौरसिया से विभागीय भुगतान के एवज में मांग रहे थे, जिसकी डां चौरसिया द्वारा शिकायत की गई थी। लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि टीकमगढ़ प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर पूर्व में तैनात डॉ शिवेंद्र चौरसिया काफी समय पहले रिटायर हो गए थे। रिटायर होने के बाद उनका जीपीएफ, अर्जित अवकाश, मेडिकल सहित अन्य कार्यों को लेकर करीब 43 लाख रुपए के बिल का भुगतान जिला कोषालय कार्यालय से किया जाना था, जिसके एवज में जिला कोषालय अधिकारी विभूति अग्रवाल और सहायक कोषालय अधिकारी शिवराम प्रजापति द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। इसमें डॉक्टर चौरसिया द्वारा पूर्व में ही 5 हजार रूपये रिश्वत के रूप में बातचीत के दौरान दे दिए गए थे। लेकिन इसके बाद 10 हजार रूपये मंगलवार को देना तय हुआ और मंगलवार को 10 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए जिला कोषालय अधिकारी विभूति अग्रवाल को पकड़ा है। इसमें सह आरोपी के रूप में सहायक कोषालय अधिकारी शिवराम प्रजापति भी शामिल है। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त सागर डीएसपी राजेश खेड़े, टीआइ मंजू सिंह सहित अन्य विशेष पुलिस स्थापना इकाई के सदस्य शामिल रहे। इस कार्रवाई की भनक लगते ही आसपास बने कार्यालयों की सुगबुगाहट भी तेज हो गई। अन्य विभागों में सनसनी फैल गई। तमाशबीनों का भी अच्छा खासा मजमा लगा रहा।