एनसीएल के सुरक्षा गार्ड व चालको से मारपीट, लूटपाट में शामिल फरार स्थाई वारंटी गिरफ्तार

एनसीएल के सुरक्षा गार्ड व चालको से मारपीट, लूटपाट में शामिल फरार स्थाई वारंटी गिरफ्तार!

एनसीएल के सुरक्षा गार्ड व चालको से मारपीट, लूटपाट  में शामिल फरार स्थाई  वारंटी  गिरफ्तार
एनसीएल के सुरक्षा गार्ड व चालको से मारपीट, लूटपाट में शामिल फरार स्थाई वारंटी गिरफ्तार! ,

एनसीएल के सुरक्षा गार्ड व चालको से मारपीट, लूटपाट  में शामिल फरार स्थाई  वारंटी  गिरफ्तार! ,

डकैती की योजना सहित अलग अलग कुल 6 प्रकरणों में था फरार!

Ktg समाचार सिंगरौली एमपी हेड राजेश वर्मा

सिंगरौली -मोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत मेन रोड मोरवा में ट्रक चालकों व एनसीएल के झिंगुरदाह सुरक्षा गार्डों से मारपीट, लूटपाट, डीजल चोरी एवम  डकैती की योजना सहित आधा दर्जन प्रकरणों में  शामिल आरोपी जो पिछले एक वर्ष से न्यायालय को चकमा देकर फरार चल  रहा था को फरार वारंटियों के स्पेशलिस्ट थाना प्रभारी  मनीष त्रिपाठी  एंड टीम ने बीती रात खनहना बैरियर के पास  से दबोच लिया। आरोपी के खिलाफ दो स्थाई गिरफ्तारी वारंट व तीन मे गिरफ्तारी वारंट जारी था। 

उक्ताशय की जानकारी में मोरवा टी आई मनीष  त्रिपाठी ने बताया कि 2021 मे मेन रोड मोरवा में ट्रक चालकों के साथ मारपीट कर डीजल लूटने व अन्य स्थानों पर डकैती की योजना बनाते चार गिरफतार हो गए थे जबकि आरोपी अमित सिंह पुत्र प्रेम सिंह गोंड निवासी बिट्ठा टोला थाना चितरंगी फरार हो गया था। इसके अलावा आरोपी के ऊपर झिंगुरदा खदान मे कार्यरत एनसीएल के सुरक्षा कर्मियों से मारपीट कर मोबाइल छिनने  का भी मामला दर्ज है। आधा दर्जन प्रकरण मे शामिल फरार अमित के खिलाफ  दो स्थाई गिरफ्तारी व तीन प्रकरणों गिरफ्तारी वारंट जारी था। टी आई श्री त्रिपाठी ने बताया कि माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार आरोपी की तलाश मे एक टीम को लगा कर मुखबिरों को सक्रिय कर दिया गया।  इसी प्रयास मे बीती रात मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी अमित खनहना के पास चोरी की नियत से छिपा हैं , जिसके बाद पुलिस ने छापा मार गिरफतार कर लिया। 

इनकी रही भूमिका

         उपरोक्त आरोपी की गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक सीके सिंह, सहायक उप निरीक्षक संतोष सिंह ,दयानंद सिंह, प्रधान आरक्षक संजय सिंह ,अर्जुन सिंह, पटरंग सिंह आरक्षक सुरेश परस्ते सुबोध तोमर एवम साइबर सेल से शोभाल वर्मा  तथा एनसीएल झिंगुरदा के सिक्योरिटी अधिकारी नरेंद्र सिंह का सराहनीय योगदान रहा।