सूरत में दो इसमो ने सूरत महानगर पालिका डिप्टी कमिश्नर गायत्री जरीवाला को उनके ऑफिस में चप्पू दिखाकर धमकाया.

सूरत में दो इसमो ने डिप्टी कमिश्नर गायत्री जरीवाला को उनके ऑफिस में चप्पू दिखाकर धमकाया.

सूरत में दो इसमो ने सूरत महानगर पालिका डिप्टी कमिश्नर गायत्री जरीवाला को उनके ऑफिस में चप्पू दिखाकर धमकाया.
सूरत महानगर पालिका

Ktg समाचार, भवेन्दु त्रिवेदी, सूरत, गुजरात.

सेंट्रल झोन मे डेप्युटी कमिश्नर गायत्री जरीवाला के केबिन में दो मुस्लिम इस्मों के घुसने से जरीवाला और चप्पू दिखाया . रामपुरा छडाओल इलाके में एक अवैध ढाँचे को गिराने की बात करते हुए इस्मों  ने उसकी फाइल के एक कवर से चप्पू निकालकर टेबल पर रख दिया था।उसी समय जरीवाला ने एक सुरक्षा गार्ड को बुलाया और दोनों इस्मों वहां से भाग गए l वॉच एंड वार्ड विभाग द्वारा लालगेट पुलिस स्टेशन में एक आवेदन दर्ज किया गया है, जिसमें सूरत के नगर आयुक्त बच्छानिधी पानी  को घटना की सूचना मिलते ही पुलिस शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।सूरत नगर निगम के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना हुई कि पूरी व्यवस्था में सन्नाटा पसरा रहा। पूरी घटना को लेकर डिप्टी कमिश्नर गायत्री जरीवाला ने बताया कि वे दोपहर 12.30 बजे मुगलिसरा स्थित मनपानी मुख्यालय में अपने दूसरे तल के केबिन में बैठे थे l उस समय दो इस्मोस आमिर सोपारीवाला और जहीर मगर हाथ में एक फाइल लेकर उनसे मिलने आए।रामपुरा छडाओल क्षेत्र में एक संपत्ति, नोट नं। 7/2147 में शकील अब्दुल रशीद ने पांचवीं मंजिल पर अवैध रूप से इस शिकायत के साथ एक कमरा बनाया कि दो लोगों ने इमारत को गिराने का प्रस्ताव रखा था।मामले की सुनवाई सेंट्रल जोन के अंचल अधिकारी बिपिन भट्ट ने पूरी की थी l जिसमें साफ तौर पर कहा गया था कि अगर यह अवैध है तो तोड़फोड़ की जाएगी। पहला प्रमुख मार्ग बाधित संपत्तियों, रैखिक संपत्तियों, नए अवैध घरों, वाणिज्यिक भवनों का विध्वंस है।यदि यह एक सामान्य आवासीय क्षेत्र है, तो इसे बाद में ध्वस्त कर दिया जाएगा क्योंकि किसी को सीढ़ी, कमरा, ओटीएस कवर, निर्माण के लिए मार्जिन कवर की कोई जल्दी नहीं है। उल्लेखनीय है कि इस निर्माण कोमालिक शकील राशिद ने इससे पहले सुनवाई में कहा था कि इसमो को अवैध निर्माण के लिए पैसा चाहिए था, जिसे उसने बिना दिए ही गिराने के लिए दरखास्त  कर रहे हैं l इससे पहले वादी और आरोपी के बीच सुलह का पत्र भी मनपा को भेजा गया था। बाद में आज, आमिर सोपारीवाला और जहीर मगर ने फिर से इस मुद्दे को उठाया और मनपा कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने गायत्री जरीवाला से साफ कह दिया कि अगर यह निर्माण नहीं गिराया तो देख लेना इस तरह की धमकी दी  l  मनपा ने पहले भी ध्वस्त कर दिया था। चार मंजिलों के स्वीकृत योजना में पांचवीं मंजिल पर मालिक द्वारा एक कमरा बनाया गया था।इस घटना ने नगर निगम के  वाच एंड वार्ड विभाग की घोर लापरवाही उजागर कर दी है l इससे पहले मुंसिपल कमिश्नर ने सुरक्षा मार्शलों की लापरवाही पर सुरक्षा प्रमुख को निलंबित करने की धमकी भी दी थी। आज मनपा का सुरक्षा घेरा की पोल खुल गई है क्योंकि दो इसमो ने चप्पू के साथ मनपा परिसर में प्रवेश करने का साहस किया। अब देखना होगा कि पुलिस में शिकायत के बाद इस मामले में क्या कार्रवाई होती है।