काम के घंटे बढ़ाने मुद्दे पर शिक्षकों के विरोध के बीच शिक्षा राज्य मंत्री का बयान
गुजरात के सभी प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को सोमवार से शुक्रवार आठ घंटे तक और शनिवार को पांच घंटे काम करना होगा
Ktg समाचार, भवेन्दु त्रिवेदी, सूरत, गुजरात.
गुजरात के सभी प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के काम के घंटे बदल दिए गए हैं। नए फैसले के मुताबिक शिक्षकों को सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना आठ घंटे और शनिवार को पांच घंटे काम करना होगा l इस आदेश का जहां शिक्षक विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस मुद्दे पर शिक्षा मंत्री का बयान आया है l शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडास्मा ने कहा कि शिक्षकों के काम के घंटे घटाकर 8 घंटे करने की मांग की गई है और राज्य सरकार के सभी विभागों में कर्मचारी दिन में 8 घंटे काम कर रहे हैं l शिक्षक भी सरकारी कर्मचारी हैं। हो सकता है कि उनके लिए नियम अलग न हों। भूपेंद्रसिंह ने स्पष्ट किया कि आठ घंटे के कार्य नियम से कोई छूट नहीं होगी और शिक्षकों को उपस्थित होना होगा।वास्तव में, शिक्षा का अधिकार अधिनियम में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को दिन में 8 घंटे और सप्ताह में 45 घंटे उपस्थित होने की आवश्यकता होती है। इसको लेकर कई जिला शिक्षा अधिकारियों ने आदेश जारी कर दिए हैं। शिक्षक संघों द्वारा काम के घंटों में बदलाव का विरोध किया जा रहा है। शिक्षकों का एक समूह भी कल गांधीनगर पहुंचा और विरोध किया।इस फैसले का कई अन्य जिलों में विरोध हो रहा है। हालांकि, शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया है कि शिक्षकों को इसका पालन करना चाहिए।वर्तमान में प्रदेश में कक्षा 6 से 8 तक का शिक्षा कार्य प्रारंभ किया गया है। यह बताते हुए कि अब प्राथमिक कक्षा की कक्षाएं कब शुरू होंगी, शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राथमिक स्तर के स्कूल शुरू करना छोटे बच्चों के स्वास्थ्य का मामला है और बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा l