शादी के बाद एक घंटे रुकी दुल्हन ओर निकल गई परीक्षा देने अपने दूल्हे के संग
एक दुल्हन 12वीं की परीक्षा देने पहुंची। खास बात ये है कि विदाई के बाद दुल्हन अपने ससुराल पहुंची, वहां 1 घंटे रुकने के बाद वो करीब 150 किलोमीटर दूर परीक्षा देने पहुंची। खुद दूल्हा अपनी दुल्हन को परीक्षा दिलवाने लाया
KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश
जीवन में शिक्षा का कितना महत्व है। देवास में इसका नजारा दिखा। यहां एक दुल्हन 12वीं की परीक्षा देने पहुंची। खास बात ये है कि विदाई के बाद दुल्हन अपने ससुराल पहुंची, वहां 1 घंटे रुकने के बाद वो करीब 150 किलोमीटर दूर परीक्षा देने पहुंची। खुद दूल्हा अपनी दुल्हन को परीक्षा दिलवाने लाया। खास बात यह है कि अलसुबह 4 बजे तक शादी की रस्में चली।
दुल्हन रजनी काजले ने बताया कि खंडवा जिले के पडल्या गांव में 16 फरवरी को मेरी शादी रमन देवड़ा से हुई। सुबह 4 बजे तक विदाई की रस्में चलती रहीं। विदाई के बाद ससुराल में महज एक घंटे रूकी। वहां से सुबह 5 बजे ही सास-ससुर और परिवारजनों का आशीर्वाद लेकर अपने पति के साथ परीक्षा देने निकल गई। खातेगांव के कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा केंद्र था। गुरुवार को इंग्लिश का पेपर था।
अच्छी एजुकेशन मेरा सपना
रजनी ने बताया कि शादी की तारीख जब तय हुई थी, तब तक परीक्षा की तारीखों की घोषणा नहीं हुई थी। अच्छी शिक्षा प्राप्त करना मेरा सपना है, इसलिए विदा होने के एक घंटे बाद ही परीक्षा के लिए निकल गई। मायके और ससुराल दोनों पक्षों ने इस निर्णय में साथ दिया। पति भी सात फेरों में लिए वचनों को निभाते हुए मेरे साथ यहां आए।
पति ने कहा-मैं जानता हूं शिक्षा का महत्व
रजनी के पति रमन ने कहा कि मैंने भी कॉलेज तक की पढ़ाई की है, इसलिए मैं शिक्षा का महत्व जानता हूं। समय के साथ सभी चीजें जरूरी हैं। शादी तो हो चुकी थी, यदि आज रजनी परीक्षा देने नहीं आती तो उसका एक साल बर्बाद हो जाता। शादी के अगले ही दिन अंग्रेजी का पेपर है यह पता चलने के बाद उन्होंने इस विषय की तैयारी पहले से ही कर ली थी। इसलिए ऐन मौके पर पढ़ाई ना कर पाने के बावजूद अंग्रेजी का पेपर अच्छा गया। रजनी मूलतः सिरकम्बा टेमागांव जिला-हरदा की रहने वाली हैं। बारहवीं की परीक्षा के लिए उन्होंने खातेगांव से प्राइवेट फॉर्म भरा था।