समाजसेवी के तौर पर कार्य कर रहे कांग्रेसी पर सीएस ने करवाया मुकदमा दर्ज
समाजसेवी के तौर पर कार्य कर रहे कांग्रेसी
कोरोना महामारी के दौर में कांग्रेस शहर अध्यक्ष रितेश जैन ना केवल लोगों का सहयोग कर रहे थे । बल्कि जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की कुछ कमियां भी उजागर की इन कमियों में जिन लोगों के परिजनों की मौत हुई, या फिर उन्हें उपचार नहीं मिला वह स्पष्ट रूप से अस्पताल प्रबंधन पर आरोप प्रत्यारोप लगाते दिखाई दिए। मुद्दे की बात तो यह है कि कमियां उजागर तो उन लोगों ने की है जिनके परिजन स्वास्थ्य सुविधाओं की कमियों के अभाव के चलते इस दुनिया में नहीं रहे । परंतु उस मामले को रितेश जैन द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से उजागर किया गया। वह रोते बिलखते परिवार जिन्होंने अपने सदस्य खोए, उसे देख हर किसी का दिल दहल जाए और उन कमियों को पूरी करने की हर एक चाह दिल में बढ़ने लगे । इसी तरह की लोगों की सेवा भाव एवं सही उपचार मिलने की चाह रितेश जैन के मन में बड़ी और लगन पूर्वक सुबह से ही मरीजों के बीच पहुंचना उनका हालचाल जाना मनोबल बढ़ाना एवं कुछ आर्थिक कमजोर लोगों की आवश्यक सामग्री उपलब्ध कर सहायता करना प्रतिदिन की जीवन शैली बना ली थी । इसी के साथ साथ सोशल मीडिया के माध्यम से उन आरोप-प्रत्यारोप को रितेश जैन द्वारा ना केवल प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाया बल्कि आम जनता तक भी पहुंचे । हालांकि जो कमियां उजागर की उनसे कहीं ना कहीं आम जनता तक पहुंचने में लोगों को भी उपचार में काफी बदलाव आया और सही कार्य हुए । परंतु यह बात अस्पताल प्रबंधक के जेहन में नहीं बैठी और लिखित आवेदन के आधार पर सिविल सर्जन डॉक्टर जसराम त्रिवेदिया ने सिटी कोतवाली थाने में रितेश जैन एवं सचिन जैन के खिलाफ अराजकता फैलाने का कहते हुए, शासकीय कार्य में बाधा डालना एवं अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करा दिया । जैसे ही सोशल मीडिया पर यह मामला तूल पकड़ा तो सीएस द्वारा एक आवेदन आम जनता के बीच में सोशल मीडिया के माध्यम से भेजा गया । जिसमें आधा दर्जन डॉक्टरों के हस्ताक्षर सहित रितेश जैन की शिकायत भरा पत्र अधिकारियों को दिया गया । मंगलवार को सोशल मीडिया पर दिनभर यह मामला तूल पकड़ता रहा यहां तक कि कुछ लोगों द्वारा यह कहना भी है कि समाजसेवी के तौर पर कार्य करने वाले राजनीतिक भेंट चढ़ गए । हालांकि इस मामले को लेकर चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान, कांग्रेस जिला अध्यक्ष हरि सिंह रघुवंशी, आशा दोहरे सहित अन्य कई लोग एसपी एवं कलेक्टर को इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आवेदन दिया । रात के समय रितेश जैन द्वारा एफबी सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो में उन लोगों के नाम बताएं जिनकी जिला अस्पताल में सहायता की हालांकि यह बात मीडिया में भी काफी चर्चित रही थी, कि रितेश जैन द्वारा जिला अस्पताल में कोरोना कर्फ्यू के दौरान काफी सहयोग किया गया । दुकानें बंद रहने की स्थिति में कई लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध ना होने पर उन्हें आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई । ताकि इस महामारी के बीच में कोई भी परेशान ना हो लेकिन उन्हें लोगों की मदद करना शाबाशी की जगह सबक मिला और मुकदमा दायर करवा दिया गया ।
क्या कहना है
साथ ही साथ रितेश जैन का कहना है कि षड्यंत्र के तहत इस बेसिक महामारी के दौर में मरीजों की सेवा भाव से तो रोक लेंगे परंतु जो गरीब बस्ती है उनमें जाकर उसी जोश और उमंग के साथ सेवा करूंगा जैसे जिला अस्पताल में की है ना रुके हैं ना रुकेंगे निरंतर जन सेवा करेंगे ।