साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर राज्य सरकार गंभीर
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर राज्य सरकार गंभीर
मुख्य सचिव ने हैल्पलाइन नम्बर के प्रचार-प्रसार और शिकायत पर तत्काल कार्यवाही के दिये निर्देश
KTG समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर, राज डूंगरपुर,मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि प्रदेश में साइबर अपराध के बढ़ते मामले चिन्ता का विषय हैं। इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए हैल्पलाइन नम्बर का व्यापक प्रचार-प्रसार हो तथा इस पर आने वाले कॉल्स की नियमित मॉनिटरिंग भी की जाएं। उन्होंने निर्देश दिये कि शिकायत आते ही उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएं, जिससे की ठगी को रोका जा सकें। श्री आर्य मंगलवार को शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक सहित विभागों के उच्चाधिकारी के साथ विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहें थे। इस दौरान राजीव गांधी सेवा केन्द्र डूंगरपुर विडियों कॉन्फ्रेंस कक्ष में जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला, जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, अतिरिक्त जिला कलक्टर कृष्णपाल सिंह चौहान तथा अन्य विभागीय अधिकारीगण मौजूद रहें। साइबर ठगी पर रोक के लिए मांगे सुझाव: मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों के मामलों के प्रति राज्य सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि लोगों को नहीं पता कि ठगी होने के बाद क्या कदम उठाना चाहिये। इसलिए हैल्पलाइन नम्बर के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी दी जाएं। जिन नम्बरों से बार-बार इस तरह की ठगी की जा रही है, उन्हें ब्लॉक किया जाए। उन्होंने साइबर फ्रॉड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी जिला पुलिस अधीक्षकों से सुझाव देने के लिए भी कहा। श्री आर्य ने पुलिस थानों को पब्लिक फ्रेंण्डली बनाने के उद्देश्य से हर थाने में पृथक स्वागत कक्ष बनाने के कार्य को शीघ्र पूरा करवाने के निर्देश भी जिला कलक्टर्स को दिये। प्रशासन गांवों के संग अभियान से साकार होगा सुशासन का संकल्प: मुख्य सचिव ने बैठक में प्रशासन गांवों के संग अभियान की जिलों में तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से शुरू होने वाला प्रशासन गांवों के संग अभियान राज्य सरकार के सुशासन के संकल्प की जीवंत परिणिती है। उन्होंने कहा अभियान से ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर कैम्पों के माध्यम से तकरीबन 19 विभागों से संबंधित समस्याओं का निराकरण एक ही स्थान पर उपलब्ध होगा। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला कलक्टर्स के साथ-साथ संबंधित विभाग इन शिविरों में दी जाने वाली सुविधाओं के निर्बाध क्रियान्वयन के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करें। कैम्प में जाने वाले कार्मिक पूरी तैयारी के साथ वहां जायें तथा संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं का निराकरण करें। मुख्य सचिव ने कहा कि यह कैम्प आमजन की समस्याओं के समाधान के साथसाथ राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजना को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लक्ष्य को भी साकार करेगा। उन्होंने संबंधित विभागों के सचिवों के साथ 2 अक्टूबर से ही प्रारम्भ हो रहे प्रशासन शहरों के संग अभियान की तैयारियों की भी समीक्षा की।
बैठक में इन अधिकारियों ने लिया भाग:
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा श्री पीके गोयल, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव वन श्रीमती श्रेया गुहा, प्रमुख शासन सचिव राजस्व श्री आनन्द कुमार, प्रमुख शासन सचिव कृषि श्री भास्कर सावंत, प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा श्री दिनेश कुमार, प्रमुख शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग श्री राजेश यादव, शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग श्री भवानी सिंह देथा, शासन सचिव आयोजना श्री नवीन जैन, शासन सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्री समित शर्मा तथा शासन सचिव पशुपालन विभाग श्रीमती आरूषी मलिक ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के लिए विभाग की तैयारियों तथा योजनाओं के संबंध में प्रजेन्टेशन दिया। बैठक में संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों, सभी संभागीय आयुक्त, पुलिस अधिकारियों एवं जिला कलक्टर्स ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।