शिवपुरी: सिद्दीविनायक हॉस्पिटल पर लगे गम्भीर आरोप, नॉर्मल डिलीवरी को बदला सीजर में, बच्चे का सर निकल आया था बाहर हाथ से जबरन अंदर करके किया सीजर और हाथ से ही पहले फोड़ी बच्चे दानी की थैली: रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी

नॉर्मल डिलीवरी को बदला सीजर में, बच्ची का सर निकल आया था बाहर हाथ से अंदर कर किया सीजर और हाथ से ही फोड़ी बच्चे दानी की थैली -मेडिकल कालेज की डॉ शैली ने किया निजी अस्पताल में विवादित सीजर -सीएमएचओ की करतूत चुपचाप हटा दी गायनिक सेवाओं पर लगी रोक। जी हां ये बही सीएमएचओ साहब हैं जिनकी आड़ मे बैराड़ में अवैध पैथोलॉजी चल रही हैं और शिवपुरी में गवर्मेंट डॉक्टरों को घर पर ही देखने की छूट दे रखी है जिससे जनता को लूटा जाए क्यों कि डॉक्टर फी, मेडिकल पर कमीशन, जांच पर कमीसन और जनता का सोषण।

शिवपुरी: सिद्दीविनायक हॉस्पिटल पर लगे गम्भीर आरोप, नॉर्मल डिलीवरी को बदला सीजर में, बच्चे का सर निकल आया था बाहर हाथ से कर दिया अंदर और हाथ से ही फोड़ी बच्चे दानी की थैली: रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी


पूर्व विधायक सकुंतला खटीक की बहु की डिलेवरी होनी थी डिलेवरी से पहले सब बांते हो चुकी थी कि डिलेवरी नॉर्मल करके देंगे आप चिंता नहीं करें परंतु मैडम भली भांति जानती थीं की नॉर्मल डिलीवरी में कम चार्ज में डिलेवरी हो जायेगी तो हॉस्पिटल के अन्य खर्चे कैसे मेंटेन होंगे और मैडम ले गईं ऑपरेशन थियेटर में और हद तो तब हो गई सकुंतला जी का इतना भी कहना है कि मेंने अपनी आंखो से बच्चे का सर बाहर देखा है आख़िर मै भी एक मां हूं मुझे भी डिलेवरी हुईं हैं इन लोगों ने ऑपरेशन के चक्कर में सर हाथ से अन्दर कर दिया, और तो और बच्चे दानी की थैली भी हाथ से फोड़ दी। यही हाल हर जगह का है परन्तु नॉर्मल आदमी कोई डॉक्टर तो है नहीं इसलिए जैसे पुलिस के खिलाफ आवाज नहीं उठाता वैसे डॉक्टर के खिलाफ नहीं बोलता पता नहीं क्या कर दे पेशेंट के साथ। आपने सुना होगा तहसील या कस्बे लेवल के अस्पतालों में मैडम को पैसे नहीं देते तो जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया जाता है वहां मैडम के सफल ऑपरेशन की लिस्ट बढ़ती जाए और शायद ऑपरेशन करने पर कुछ अतिरिक्त पैसे भी मिलते हैं इसलिए तो फर्स्ट डिलेवरी 99% केश ऑपरेशन के देखने को मिलते हैं कम ही देखने को मिलता है जिस महिला की पहली डिलेवरी होनी हो और बो नॉर्मल हो जाए। यह खेल लगातार जारी है ना संबंधित अधिकारी कुछ करते ना प्रशासन।

पूर्व विधायक सकुंतला जी का आंखे भिगो कर कहना है कि हम लोगों को नहीं छोड़ते ये लोग तो नॉर्मल जनता आम आदमी गांव के लोगों के साथ क्या करते होगें ये?

 *मेडिकल कालेज में डॉक्टर है शैली और  सिद्धिविनायक में करती हैं आपरेशन* 
शिवपुरी 
किसी भी शासकीय चिकित्सक को निजी अस्पतालों में इस तरह ऑपरेशन करना नियमानुसार प्रतिबंधित है। साथ ही साथ यह कृत्य शासन के उस आदेश के उल्लंघन की श्रेणी में भी आता है जिसके तहत इस तरह की प्रेक्टिस पर रोक है। 

 *सीएमएचओ ने गुपचुप बहाल की गायनिक सेवाएं* - 
जिला प्रशासन यहां तमाम अनियमितताओं के बावजूद आश्चर्यजनक ढंग से मौन बना है। यहां बता दें कि पिछले दिनों कथित कन्या भ्रूण हत्या डीलिंग केस के सामने आने के बाद केस दर्ज होने के साथ ही सीएमएचओ डॉ पवन जैन ने आदेश क्रमांक सामान्य/पंजीयन/2021/12275 दिनांक 13 सितम्बर 21 से अस्पताल का पंजीयन क्रमांक एनएच/0158/फेब/2020 दिनांक 3 फ रवरी 2020 को निलम्बित कर दिया था। अस्पताल प्रबंधन की ही मांग पर लोक हित का हवाला देते हुए डॉ पवन जैन ने 4 अक्टूबर को इस अस्पताल को ऑब्सेक्टिक और गायनिक सेवाओं को छोड़कर सशर्त संचालन की अनुमति अपने पत्र क्रमांक 
सामा/पंजीयन/2021/13432 दिनांक 4 अक्टूबर 21 के माध्यम से जारी कर दी। 
सिद्धिविनायक अस्पताल में स्त्री रोग एवं गायनिक सेवाओं पर सख्ती से रोक लगा दी गई थी। इस रोक पर सीएमएचओ डॉ पवन जैन का तर्क है कि इस रोक को एक माह पूर्व समाप्त कर दिया है। 
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मुझे जो उस समय जो ठीक लगा वह निर्णय लिया, किसी के भी कुछ भी आरोप लगा देने से कोई फर्क नहीं पड़ता
 _डॉ शैली सेंगर 
चिकित्सक मेडिकल कालेज_ 
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जो एनपीए नहीं लेते वे प्रायवेट सेक्टर में सेवाऐं देने के लिए स्वतंत्र हैं। निजी प्रेक्टिस से सम्बंधित परमीशन लेने जैसा नियम अभी संज्ञान में नहीं। 
 _डॉ अक्षय निगम
डीन शिवपुरी मेडिकल कालेज_ 

इस तरह के बयान बड़े अधिकारियों के आते रहे तो जानता का क्या होगा।