देश विरोधी आतंकवादी गतिविधिओं से जुड़ने के लिए उकसाने के आरोपी असरुदीन से की पूछताछ
असरुद्दीन को लिया गया रिमांड पर राजस्थान पुलिस के पर कॉप जिन्होंने अहम भूमिका निभाई
देश विरोधी आतंकवादी गतिविधिओं से जुड़ने के लिए उकसाने के आरोपी असरुदीन से की पूछताछ
KTG समाचार नीरज माहेश्वरी राजगढ़ अलवर राजस्थान
राजस्थान पुलिस के ये तीन सुपर कोप जयपुर रेंज आईजी हवा सिंह घुमरिया एटीएस एडिशनल एसपी शिद्धान्त शर्मा व जयपुर रेंज आईजी की आफिस की साइबर क्राइम की इंस्पेक्टर कविता शर्मा की मुख्य भूमिका रही है जिन्होंने इस आतंकी असरुद्दीन को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई है ।
भिवाड़ी पुलिस जिला मुख्यालय के तिज़ारा थाना अंतर्गत राष्ट्रविरोधी गतिविधि चलाने के मामले में गिरफ्तार तिज़ारा थाने के इलाके में स्तिथ बैगनहेड़ी गांव के निवासी असरुद्दीन को पिछले करीब दो वर्षों से पुलिस की एटीएस सेल की रडार पर था । वहीं करीब इस साल पहले भी संदिग्ध हरकतों की वजह से एटीएस इसके घर पर पहुँच कर असरुद्दीन को हिदायत दे कर वापस लौट आई थी । तब असरुद्दीन ने अपने आकाओं को एक मैसेज भेजा था कि इंशाअल्ला में जल्द दुबारा लौटूंगा और असरुद्दीन ने भी यही किया । वहीं पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिन शांत रहने के बाद वह ज्यादा तेजी से जिहादी नेटवर्क फैलाने में लग गया । वहीं यह तथ्य साइबर सेल के लगने के बाद उस पर शिकंजा कस दिया गया । फिर कुछ बड़ा करने से पहले ही पुलिस व एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया । असरुद्दीन को पुलिस ने 12 जुलाई तक रिमांड पर लिया गया है । एडीजी जार्ज जोसफ देर शाम तिज़ारा थाने में पहुँच कर असरुद्दीन से काफी देर तक पूछताछ भी की । वहीं पुलिस ने वताया कि असरुद्दीन इतना शातिर है कि गांव के लोगो तक इसकी भनक तक नही लगने दी । जब परिवार वालो ने वताया कि असरुद्दीन के पास एक साल पहले भी कोई टीम आई थी । और मोबाइल में से सिम निकलवाकर कह गए कि इसको दुबारा मत चलाना वहीं परिवार के लोगो को अंदाजा भी नही लगा कि मामला क्या है । असरुद्दीन के परिवार के लोगो को यह तो मामला खत्म सा लगा था
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शोशल मीडिया में जो लोग एंटी नेशनल कंटेंट को देखते है या शेयर करते है । उनके लिए आईबी और ग्रहमंत्रालय की गाइडलाइन के हिसाब से सीधी कार्यवाही न करने के बजाय एक बार सुधरने का मौका भी देती है । वर्ष 2020 में एटीएस ने इसी का पालन किया था । एटीएस ने हिदायत दी थी कि पाकिस्तान में बात करना बंद कर दे और सिम को निकाल कर फेंक दे । मगर असरुद्दीन के दिमाग मे जिहादी बनने का जहर घुल रहा था तथा उसका प्रचार प्रसार भी कर रहा था । वहीं एक वर्ष बाद शोशल मीडिया पर युवाओं को आतंकी बनने व उकसाने और उनके ब्रेन वॉश करने में जुट गया । करीब 50 शोशल मीडिया ग्रुप में जुड़ते हुए धार्मिक भवनाओं को भड़काने का काम शुरू कर दिया था
राजस्थान के मेवात में आतंकी संगठन के स्लीपर सेल का गढ़ भेदने में जयपुर रेंज आईजी की आफिस की साइबर क्राइम की इंस्पेक्टर कविता शर्मा की मुख्य भूमिका रही है । उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में असरुद्दीन की शोशल मीडिया में प्लेटफार्म पर एंटी नेशनल एक्टिविटी नज़र आई और लंबी पडलात के बाद पकड़ में आई तब उसकी सही पहचान कर पाए । गांव में रहकर भी तकनीकी रूप से ट्रेंड था । उन्होंने वताया कि असरुद्दीन पाकिस्तान सहित कई देशों में के लोगो के सम्पर्क में था और यह सब चोकाने वाला था । तब हमारी टीम उसको समझाने उसके गांव बैगनहेड़ी गई थी । उसके एक वर्ष बाद उसकी नेटवर्क में बापसी हुई और पता चला कि वह सिर्फ खेती दिखावे के लिए करता है और साइलेंट तौर पर अपने घर में रहता था । इसके बाद सवेदनशील तथ्य उसके अकाउंट हाथ में लगे और मेवात व देश के लिए खतरा बन चुका था इसलिए इसको गिरफ्तार कर लिया गया