प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ द्वारका मंत्री के भजनों पर खूब झूमे दर्शक, श्री रामलीला की हुई पूर्णाहूति
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। विगत 11 दिवस से हनुमान मंदिर परिसर में चल रही भव्य श्री रामलीला के अंतिम दिन श्रीराम और रावण के बीच हुए महासंग्राम के पश्चात रावण वध का दृश्य देखकर हजारों की संख्या में दर्शक रोमांचित हो गए। रावण वध के पश्चात श्रीराम ने लक्ष्मण को आज्ञा दी कि मरणसन्ना रावण से राजनीतिज्ञ की शिक्षा ग्रहण करें। मृत्यु सय्या पर पड़ा रावण प्रभु श्रीराम लक्ष्मण को शिक्षा देते हुए अपने कर्मो के लिए माफी मांगते हुए बड़ा संदेश देते है कि मनुष्य के पतन का कारण आज का काम कल पर टालने की मनोवृत्ति है। तत्पश्चात श्रीराम रावण को मोक्ष प्रदान करते है। रामलीला के अंतिम प्रसंग मे राम, लक्ष्मण और सीता की अयोध्या में वापसी होती है ओर प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक किया जाता है। जैसे ही श्री राम का राजायाभिषेक होता है। उसके तत्पश्चात सुप्रसिद्ध गायक द्वारका मंत्री मंच पर पहुंचकर एक से बढक़र एक भजनों प्रस्तुति कर हजारों जनता का दिल जीत लिया। उनके द्वारा गाए भजनों में चांदी-चांदी हो गया, मंगल भवन अमंगल हारी, अयोध्या करती है आव्हान पर दर्शकों को झूमने और नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। रामलीला की पूर्णाहूति के पूर्व प्रभु श्री राम की महाआरती हनुमान मंदिर समिति के पदाधिकारी सुमेरसिंह गुर्जर, मनोहर सिंह पहलवान, केसर सिंह गुर्जर, पंडित नरेंद्र शुक्ल, चतुर्भुज पटेल, हरिनारायण अकोदिया आदि ने की। आयोजन समिती के सदस्य इंदरसिंह ठाकुर, अमित सोनगरा, अर्जुन चौधरी, पार्षद संतोष कुमावत, दुर्गेश चिल्लोरिया, दीपक अकोदिया, अवि सोनगरा, आंनद सोनगरा, रजत धनेचा, लखन अकोदिया, बंटी अकोदिया, आंनद मोदी, कमलेश सेन्धव, प्रियांशु सोनगरा आदि सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विंध्यांचल धाम काशी रामलीला मंडल अध्यक्ष पंडित हरीशचंद्र उपाध्याय सहित समस्त रामलीला मंडली के कलाकारों का शाल श्रीफल भेंटकर उनके द्वारा सफल आयोजन के लिए अभिनंदन किया। उक्त जानकारी दीपक राजा अकोदिया ने दी।