महाकाल क्षेत्र विकास के लिये जमीन अधिग्रहण में तेजी आई, कलेक्टर ने की समीक्षा

महाकाल क्षेत्र विकास जमीन अधिग्रहण में तेजी

महाकाल क्षेत्र विकास के लिये जमीन अधिग्रहण में तेजी आई, कलेक्टर ने की समीक्षा
महाकाल क्षेत्र विकास के लिये जमीन अधिग्रहण में तेजी आई, कलेक्टर ने की समीक्षा

महाकाल क्षेत्र विकास के लिये जमीन अधिग्रहण में तेजी आई, कलेक्टर ने की समीक्षा

Ktg samachar.ujjain (m.p)

उज्जैन 15 जुलाई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने महाकाल क्षेत्र में विकास कार्यों की समीक्षा के लिये बृहस्पति भवन में बैठक ली। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि जमीन अधिग्रहण का कार्य यद्यपि ठीक चल रहा है फिर भी उन्होंने समस्त औपचारिकताएं समय-सीमा में पूर्ण करते हुए मुआवजे का वितरण कर जमीन को कब्जे में लेने के निर्देश दिये हैं। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, एडीएम एवं प्रशासक श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री जितेन्द्रसिंह चौहान, एसडीएम श्री संजीव साहू एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में जानकारी दी गई कि त्रिवेणी से चारधाम मार्ग के सम्बन्ध में धारा-21 का प्रकाशन विगत 6 जुलाई को हो गया है। महाकालेश्वर मन्दिर के सामने 11 घरों के अधिग्रहण के मामले में दावे-आपत्तियां प्राप्त हो गई है, जिनका निराकरण किया जा रहा है। कलेक्टर ने इस मामले में प्राप्त 13 आपत्तियों का निराकरण आगामी सात दिवस में करते हुए अवार्ड पारित करने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह कलेक्टर ने महाकालेश्वर मन्दिर के सामने 70 मीटर के क्षेत्र में मौजूद दुकान, मकान आदि के सर्वे करने के लिये कहा है। उन्होंने 70 मीटर के अधिग्रहण के मामले में धारा-11 का प्रकाशन एक सप्ताह में करने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह जानकारी दी गई कि छोटा रूद्र सागर के किनारे के मकानों के अधिग्रहण का धारा-11 का प्रकाशन हो गया है। कालभैरव मन्दिर परिसर के विकास के लिये भी जमीन अधिग्रहण की सूचना राजपत्र में प्रकाशित की गई है।

बैठक में जेके सीमेन्ट के अधिकारियों से भी चर्चा की गई तथा श्री महाकालेश्वर अतिथि गृह के निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं। जेके सीमेन्ट के अधिकारी ने बताया कि वे पांच करोड़ की लागत से अतिथि गृह का निर्माण कर रहे हैं जो आगामी 10 माह में पूरा होने की उम्मीद है। बैठक में बेगमबाग क्षेत्र में अधिग्रहित की गई भूमि पर लैंडस्केपिंग एवं सौंदर्यीकरण के कार्य पर भी चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।