जमीन मे हो रहे धमाके कांप रहा सिरोल्या गांव

ग्रामीण बोले- गांव में जमीन के अंदर हो रहे धमाके, कंपन के कारण दो मकानों में आई दरारें

जमीन मे हो रहे धमाके कांप रहा सिरोल्या गांव

       KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश 

देवास से करीब 18 किमी दूर सिरोल्या गांव में भू-गर्भीय हलचल हो रही है। गांव के कांटा सेंटर के आसपास पिछले 15 दिन से यह हलचल हो रही है। ग्रामीणों ने धमाका होने के साथ हलके कंपन की शिकायत की है। कंपन के कारण दो मकानों की दीवार में दरार भी आ गई। सरपंच ने इसकी सूचना पटवारी को भी दी, लेकिन अभी तक काेई भी अधिकारी या कर्मचारी यहां नहीं पहुंचा।

सिरोल्या में पिछले साल बारिश के मौसम में भी इस प्रकार के धमाके व कंपन की शिकायत ग्रामीणों ने की थी। उस समय प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी जांच के लिए भी पहुंचे थे। इस बार फिर यहां जमीन में तेज आवाज के साथ धमाके की शिकायत मिल रही है। सरपंच राकेश मंडलोई ने बताया कि 7 अक्टूबर को सुबह सवा सात से पौने आठ बजे तक चार बार झटके आए। कंपन से बर्तन भी बजने लगे। मैंने पटवारी व तहसीलदार को फोन कर जानकारी दी। ग्रामीण रोहित भारतीय ने बताया कि पिछले साल बारिश में भी इसी प्रकार के धमाके सुनाई देते थे

इस बार 15 दिन से यह स्थिति है। करीब 15 बीघा में इस प्रकार के कंपन महसूस होते रहते हैं। बुजुर्ग बाबूलाल परमानंद ने बताया कि जब धमाका होता है, तो जमीन हिल जाती है। यह 10-15 सेकंड तक होता है। आवाज इतनी तेज होती है कि छत पर किसी ने हथौड़ा मार दिया हो। ग्रामीण नरेंद्र चौधरी ने बताया कि 4 अक्टूबर को भी सुबह 6 बजे धमाका हुआ था। चंद सेकंड के लिए कंपन भी हुआ। समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा आखिर हो क्यों रहा है।

दो मकानों में आई दरार

कुछ दिनों से हो रहे कंपन के कारण गांव में मकानों में दरार की शिकायत भी मिली है। ईश्वरलाल पटेल व रामकिशन चौधरी ने मकान की दीवारों पर दरार होने की शिकायत भी सरपंच से की है। कई बार धमाके होने पर गांववासी घरों से बाहर तक आ जाते हैं। इस संबंध में केपी कॉलेज में भूगोल की प्राध्यापक डॉ. वेणु त्रिवेदी का कहना है कि इसके लिए विवर्तनिक हलचल जिम्मेदार होती है। अगर सिरोल्या के पास खनन का क्षेत्र है, तो वह भी इस प्रकार की भू-गर्भीय हलचल का कारण बन सकता है। खनन के दौरान भी हल्के झटके महसूस होते हैं। इसके अलावा जब सतह का जल धरती में दरारों के माध्यम से प्रवेश करता है, तो वह गर्मी पाकर वाष्प में बदलता है, और फिर वाष्प ऊपर आने का प्रयास करती है तब भी कंपन हो सकता है।