करोना महामारी के चलते हुए जगन्नाथ महाराज की यात्रा हुई रद्द राजगढ़ की पब्लिक हुई उदास

गर्भ ग्रह से निकलकर जगन्नाथ महाराज ने दिए भक्तों को दर्शन

करोना महामारी के चलते हुए जगन्नाथ महाराज की यात्रा हुई रद्द राजगढ़ की पब्लिक हुई उदास
भगवान जगन्नाथ महाराज
करोना महामारी के चलते हुए जगन्नाथ महाराज की यात्रा हुई रद्द राजगढ़ की पब्लिक हुई उदास

करोना महामारी के चलते हुए जगन्नाथ महाराज की यात्रा हुई रद्द राजगढ़ की पब्लिक हुई उदास

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी राजगढ़ अलवर राजस्थान

राजगढ़ अलवर जन जन के आराध्य देव भगवान जगन्नाथ महाराज 15 दिनों के पश्चात आज गर्भ ग्रह से निकलकर जगन्नाथ महाराज ने दिए भक्तों को दर्शन कस्बे के चौपड़ बाजार स्थित  मंदिर में आज भगवान जगन्नाथ महाराज का नेत्र उत्सवका कार्यक्रम आयोजित हुआ मंदिर के महंत मदन मोहन शास्त्री ने बताया कि जेष्ठ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान जगन्नाथ को पंचामृत और 108 कलसो से स्नान कराया जाता है इस्नान के पश्चात 15 दिनों के लिए जगन्नाथ को गर्भ ग्रह में प्रवेश करा दिया जाता है जहां उनकी विधिवत पूजा अर्चना की जाती है 15 दिनों के पश्चात आषाढ शुक्ला प्रतिपदा को भगवान जगन्नाथ गर्भ ग्रह से बाहर आकर भक्तों को दर्शन देते हैं यह परंपरा पुरी के तर्ज पर चलती हुई आ रही है जगन्नाथपुरी के बाद ही राजस्था के अलवर जिले की राजगढ़ तहसील का एक छोटा कस्बा भगवान जगन्नाथ के ऐतिहासिक परंपरा स्वरूप स्थल का एक आधारभूत भूमि है इसी दिन साईं काल माता जानकी के द्वारा गंगा बाग स्थित  जगन्नाथ मंदिर में मंदिर मार्जन का कार्यक्रम आयोजित होगा गणेश पूजन के साथ जानकी मैया मंदिर को पावन करेगी 12 जुलाई को प्रातः काल 8:30 बजे जगन्नाथ महाराज को कंगन डोरा बांदा जाएगा 9:15 बजे भगवान जगन्नाथ महाराजका doj का पूजन का कार्यक्रम आयोजित होगा उसके पश्चात गोलक पूजन और 10:15 बजे भगवान जगन्नाथ को हल्दी की रस्म अदा की जाएगी साय काल भगवान जगन्नाथ को मंदिर प्रांगण की परिक्रमा कराते हुए जगमोहन मंदिर में विराजमान कराया जाएगा उससे पहले भगवान जगन्नाथ महाराज के रथ का पूजन किया जाएगा और महा आरती का आयोजन होगा जगमोहन मंदिर में विराजमान होकर भगवान जगन्नाथ सभी भक्तों को दर्शन देंगे 7 दिन तक भगवान जगन्नाथ जगमोहन मंदिर में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे 16 जुलाई को माता जानकी और भगवान जगन्नाथ का वरमाला महोत्सव का कार्यक्रम आयोजित होगा 18 जुलाई को भगवान जगन्नाथ माता जानकी के साथ जगमोहन मंदिर से निकलकर जगन्नाथ मंदिर प्रांगण की परिक्रमा करते हुए पुनेः  में विराजमान होंगे 19 जुलाई को माता जानकी की मुंह दिखाई की रस्म होगी