जागीरदार लखधीर सिंह के बाद भी होली का त्यौहार परंपरा रीति रिवाज के अनुसार मनाया जाता रहा

ठाकुर साहब लखधीर सिंह सर्व समाज के साथ होली का त्यौहार 2 दिन तक मनाते थे

जागीरदार लखधीर सिंह के बाद भी होली का त्यौहार परंपरा रीति रिवाज के अनुसार मनाया जाता रहा
रिपोर्टर महेंद्र सैनी अलवर राजस्थान

जागीरदार लखधीर सिंह के बाद भी होली का त्यौहार परंपरा रीति रिवाज के अनुसार मनाया जाता रहा

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी

मालाखेड़ा राजस्थान मालाखेड़ा अलवर राजघराने रियासत के नजदीक वाले ठिकाना बिजवाड़ नरूका में ठाकुर साहब लखधीर सिंह सर्व समाज के साथ होली का त्यौहार 2 दिन तक मनाते थे जहां जनाने महल में महिलाएं आकर क्षत्राणी के साथ अबीर गुलाल लगाकर इस त्यौहार को भाईचारे और सम्मान के साथ मनाते रहे । पूर्व जागीरदार जमालपुर ठाकुर शिवराम सिंह के यहां प्राप्त रियासत कालीन इतिहास के मुताबिक ठिकाना बिजवाड़ नरूका से जुड़े हुए जमालपुर सताना के गणमान्य जन भी इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होते रहे । जागीरदार लखधीर सिंह के बाद भी होली का त्यौहार परंपरा रीति रिवाज के अनुसार मनाया जाता रहा इसके साथ ही पंचायत समिति उमरैण में प्रधान रहे ठाकुर साहब रघुवीर सिंह के समय भी होली का पर्व मनाया जाता रहा उनके निधन के बाद अब यह रंग फीका पड़ता नजर आ रहा है ठिकाना बिजवाड़ नरूका के सर्व समाज के लोग आज भी पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए गणगौर का पारंपरिक मेला आयोजित करते हैं गांव के ही देवी सिंह जगदीश सिंह कैलाश चंद सैनी लक्ष्मण राम यादव गोकुल चंद बेरवा बाबूलाल बैरवा शोभाराम बैरवा का कहना है रियासत काल में सभी पर्व त्यौहार मनाने में सर्व समाज शामिल रहता था लेकिन ठाकुर साहब रघुवीर सिंह के निधन के बाद यह त्यौहार सपने से लगने लगे हैं । पूर्व प्रधान रघुवीर सिंह के एक पुत्र ने गोवा में पानी के जहाज का कारोबार अपनाकर अलवर जिले का नाम रोशन वहां पर किया है लेकिन अपनी जन्मभूमि को वह कम समय दे रहे हैं ।