देवास के एम जी अस्पताल मे ऑक्सीजन प्लांट शुरू एक मिनट मे बनेगी 500 लीटर ऑक्सीजन

देवास के एम जी अस्पताल मे ऑक्सीजन प्लांट शुरू एक मिनट मे बनेगी 500 लीटर ऑक्सीजन

देवास के एम जी अस्पताल मे ऑक्सीजन प्लांट शुरू एक मिनट मे बनेगी 500 लीटर ऑक्सीजन
देवास के एम जी अस्पताल मे ऑक्सीजन प्लांट शुरू एक मिनट मे बनेगी 500 लीटर ऑक्सीजन

देवास के एम जी अस्पताल मे ऑक्सीजन प्लांट शुरू एक मिनट मे बनेगी 500 लीटर ऑक्सीजन

KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश

जिला अस्पताल पीछे की तरफ करीब एक सप्ताह से ऑक्सीजन प्लांट के इंस्टालेशन का काम चल रहा था, जाे बुधवार काे पूरा हाे चुका है। गुजरात से आए इंजीनियर की टीम ने सुबह से प्लांट काे चालू कर ​​​​​​ऑक्सीजन बनाना शुरू कर दिया है, लेकिन प्लांट से पैनल तक लाइन का कनेक्शन नहीं करने से फिलहाल ऑक्सीजन किसी काम की नहीं है।

इंजीनियर हितेश ने बताया, प्लांट का सारा काम पूरा हाे चुका है। एक सप्ताह पहले से प्लांट काे चालू करने का काम कर रहे हैं, समय पर उपकरण नहीं मिलने से हमारे तीन दिन व्यर्थ चले गए हैं। जिला अस्पताल में प्लांट चालू करने का दावा काेराेना की दूसरी लहर के दाैरान किया था, किंतु कछुआ चाल से चलने पर अभी भी पूरी तरह से काम नहीं हाे सका है।
परिसर में दूसरे प्लांट का शेड भी तैयार है, लेकिन उसके टैंक और मशीनें नहीं आ सकी हैं। इस तरह से काम चलता रहा ताे चार प्लांट चालू करने में काफी समय लगेगा। सीएमएचओ डाॅ. एमपी शर्मा ने बताया, प्लांट चालू हाे गया है। लाइन प्लांट से लेकर पैनल तक जाेड़ना है, जहां पर सिलेंडर लगाए जाते हैं, वहां लाइन जाेड़ने के बाद सीधे ऑक्सीन मरीजाें के बेड तक पहुंचने लगेगी।
प्लांट में लगे 1 हजार लीटर के टैंक में ऑक्सीजन रहेगी स्टाेर
इंजीनियर हितेश भाई ने बताया, प्लांट चालू हाेते ही इसमें लगे चार टैंक में से तीन में ऑक्सीजन बनने का काम चलेगा और चाैथे टैंक में स्टाेर की जाएगी। टैंक में स्टाेर करने की क्षमता 1 हजार लीटर तक की है।
प्लांट के चालू रहते समय अगर ज्यादा स्टाेर हाे जाती है ताे ऑटाे सिस्टम के तहत ओपन हाेकर बाहर निकल जाएगी। प्लांट काे इस तरह से तैयार किया है कि चालू रहने पर हादसे का खतरा नहीं है।