एएसपी भोपालसिंह लखावत ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

निरीक्षक अमराराम खोखर ने दबिश देकर हेड कांस्टेबल को पकड़ लिया

एएसपी भोपालसिंह लखावत ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
रिपोर्टर विवेक मीणा

एएसपी भोपालसिंह लखावत ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी

जोधपुर एसआइ भर्ती परीक्षा में तैनात हेड कांस्टेबल ने ली दस हजार रिश्वत गिरफ्तार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अतिक्रमण की शिकायत पर राजीनामा कराने से मिले बीस हजार रुपए में से दस हजार रुपए रिश्वत लेने पर बनाड़ थाने की डिगाड़ी चौकी के हेड कांस्टेबल नेमाराम को बुधवार सुबह रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा के एक सेंटर पर ड्यूटी के दौरान यह रिश्वत ली। ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ विष्णुकांत ने बताया कि बीजेएस कॉलोनी में हनुवंत ए हाल श्याम नगर निवासी विजयसिंह पुत्र पेंहपसिंह की शिकायत पर पुलिस स्टेशन बनाड़ की चौकी डिगाड़ी के हेड कांस्टेबल नेमाराम पुत्र भागुराम को दस हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उसने वर्दी की दाहिनीं जेब में रुपए रखे। तभी एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपालसिंह लखावत के नेतृत्व में निरीक्षक अमराराम खोखर ने दबिश देकर हेड कांस्टेबल को पकड़ लिया। रिश्वत राशि भी बरामद की गई। आरोपी हेड कांस्टेबल पाली जिले में आनंदपुर कालू थानान्तर्गत तिगरा गांव का रहने वाला है। रुपए वसूलने का चोरी का मामला दर्ज कर दबाव बनाया एसीबी की ग्रामीण चौकी प्रभारी व एएसपी भोपालसिंह लखावत ने बताया कि परिवादी विजयसिंह ने बनाड़ क्षेत्र स्थित खसरा 17 में अतिक्रमण होने के बारे में बनाड़ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जांच हेड कांस्टेबल नेमाराम को दी गई। उसने गत 28 अगस्त को सरपंच पति हीराराम व वार्ड पंच गजेन्द्रसिंह से मिल राजीनामा करवा दिया था। बदले में विजय को बीस हजार रुपए दिला दिए थे। इसमें से छह हजार रुपए हेड कांस्टेबल ने उसी दिन परिवादी से वसूल लिए थे। शेष 14 हजार रुपए और वसूलने के लिए दबाव डालने लगा था। रुपए न देने पर विजयसिंह के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कराया गया था। उसकी जांच भी हेड कांस्टेबल नेमाराम को दे दी गई। जांच के लिए वह विजयसिंह को बार-बार चौकी में बुलाने का दबाव डालने लगा। शेष रुपए वसूलने के लिए चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देने लगा। जिसकी शिकायत परिवादी ने एसीबी से की थी।