मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सिंगरौली जिले की तीनों सीटों पर एक बार फिर भाजपा ने भारी मतों से जीत दर्ज

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सिंगरौली जिले की तीनों सीटों पर एक बार फिर भाजपा ने भारी मतों से जीत दर्ज
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सिंगरौली जिले की तीनों सीटों पर एक बार फिर भाजपा ने भारी मतों से जीत दर्ज

सिंगरौली में राधा, राम और राजेंद्र ने खिलाया कमल 

तीनों सीटों पर भाजपा की ऐतिहासिक जीत 

लाडली बहनों ने झोली भर कर दिए वोट, भाजपायों ने मनाया जश्न

KTG समाचार सिंगरौली राजेश वर्मा

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सिंगरौली जिले की तीनों सीटों पर एक बार फिर भाजपा ने भारी मतों से जीत दर्ज कर कमल खिला दिया। रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय बैढ़न में तीनों विधानसभा सीटों की मतगणना संपन्न हुई। यहां विधानसभा क्षेत्र 79 चितरंगी से राधा सिंह, विधानसभा क्षेत्र 80 सिंगरौली से रामनिवास शाह, विधानसभा क्षेत्र 81 देवसर से राजेन्द्र मेश्राम ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।

राधा ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत

विधानसभा क्षेत्र 79 चितरंगी में भाजपा प्रत्याशी राधा सिंह ने शुरू से ही अजय बढ़त बना रखी थी। उन्होंने 105410 वोट हासिल कर अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी मानिक सिंह को 59879 वोटो के बंपर अंतर से पराजित किया। अन्य प्रत्याशी भाजपा उम्मीदवार के नजदीक भी नहीं पहुंच पाए। यहां भाजपा के निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मानिक सिंह को महज 45531 वोटों से संतुष्ट होने पड़ा। 

देवसर में भी चला मेश्राम का जादू

इसी प्रकार देवसर विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम ने भी कांग्रेस प्रत्याशी बांसमणि वर्मा पर शानदार जीत दर्ज की। देवसर विधानसभा मात्र इकलौती ऐसी सीट थी जहां शुरुआती कुछ चरणों में बांसमणि वर्मा आगे चल रहे थे परंतु एक बार जब भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम ने बढ़त हासिल की तो वह लगातार जारी रही। राजेंद्र मेश्राम को जहां 88660 मत प्राप्त हुए वहीं उनके निकटतम प्रतिबंध कांग्रेस पार्टी से बांसमणि वर्मा को 66206 मत प्राप्त हुए यहां राजेंद्र मेश्राम ने 22454 मतों से जीत हासिल की।

इन सीटों के अलावा विधानसभा 80 सिंगरौली में जिले का सबसे रोमांचक त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा था पर नतीजों ने सबको हैरान कर दिया। सिंगरौली विधानसभा क्षेत्र 80 में इस बार कुल 15 प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे थे परंतु यहां भी शुरू से भाजपा प्रत्याशी रामनिवास शाह अजय बढ़त बनाते हुए  अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी रेनू शाह से आगे ही रहे और रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। यहां कांग्रेस के अलावा तीसरे पायदान पर भाजपा से बसपा का दामन थामे चंद्रप्रताप विश्वकर्मा से भी मुकाबला माना जा रहा था। इस सीट पर आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल की सबसे ज्यादा दुर्गति रही। जनता ने इस बार आप के लड्डू और झाड़ू के फार्मूले को सिरे से नकारा।

भाजपा के रामनिवास शाह प्रचंड मतो से जीते चुनाव

सिंगरौली विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राम निवास शाह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के श्रीमती रेनू शाह को 37977 मतो से हराकर चुनाव जीत गये। भाजपा के रामनिवास शाह प्रथम चक्र से ही अपनी बढ़त बना लिये जो अंत तक बढ़ते ही गया। प्रत्येक राउण्ड में उनके मतो क्रमश वृद्वि होते गया जिसे वे भारी मतो से चुनाव जीत गये। राम निवास शाह भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित अन्य पदो की जिम्मेदारी बखुबी निर्वाहन करने से जनता के बीच में उनकी अच्छी छबि मानी जाती थी। जिससे जनता से चुनकर उन्हे विधायक बनाया। 

कांग्रेस के रेनू शाह की करारी हार

सिंगरौली विधानसभा की कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती रेनू शाह को 36692 मत पाकर दुसरे स्थान पर रही। श्रीमती रेनू शाह दो बार नगर पालिक निगम की महापौर रह चुकी है। श्रीमती को दो बार विधानसभा चुनाव लड़ने का भी मौका मिला लेकिन दोनो बार वे भाजपा प्रत्याशी से चुनाव हार गयी। कांग्रेस ने रेनू शाह पर भरोसा किया था लेकिन भाजपा के द्वारा राम निवास शाह को टिकट देने से रेनू शाह का समीकरण गड़बड़ा गया। जिससे वे चुनाव हार गयी। 

चन्द्र प्रताप विश्वकर्मा तीसरे स्थान पर

विधानसभा चुनाव 2023 में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार चन्द्र प्रताप विश्वकर्मा 29673 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। चन्द्र प्रताप विश्वकर्मा भाजपा से सीट न मिलने से नाराज होगर बसपा का दामन थामकर अपनी किस्मत अजमा रहे थें। श्री विश्वकर्मा के चुनाव लड़ने से बसपा के वोटो में इजाफा तो हुआ लेकिन जीत से पीछे रहे। डेढ़ वर्ष पहले वे भाजपा की सीट से सिंगरौली नगर पालिक निगम चुनाव में मैदान में उतरे थे लेकिन मात्र उन्हे करीब 25 हजार वोट मिला था। जिससे वे दुसरे स्थान पर रहे। लेकिन विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक 4 महिने से मेहनत करने वाले चन्द्र प्रताप विश्वर्मा चुनाव हार गये। 

मेयर रानी अग्रवाल की जमानत जप्त

विधानसभा चुनाव 2023 में नगरपालिक निगम सिंगरौली की मेयर रानी अग्रवाल आम आदमी पार्टी से  सिंगरौली विधानसभा सीट सें अपनी किस्मत अजमा रही थी। लेकिन वे 8185 मत पकार चौथे स्थान पर रही। इतना ही नही महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल अपनी जमानत नही बचा सकी। डेढ़ वर्ष पहले नगर पालिक निगम के चुनाव में रानी आग्रवाल को 35 हजार से अधिक मत मिला था। लेकिन डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में उनके साथ में इतनी गिरावट आई की वे अपनी जमानत तक नही बचा सकी। 

कुन्दन पाण्डेय अपनी जमानत भी नही बचा पाये

सिंगरौली विधानसभा सीट से विंध्य जनता पार्टी के प्रत्याशी कुंदन पाण्डेय अपनी जमानत भी नही बचा सके। विधानसभा के चुनाव में जनता ने उन्हे मात्र 1341 वोट में ही समेट कर रख दिया। विंध्य जनता पार्टी विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर विंध्य जनता पार्टी का गठन किय गया था। जिसमें सिंगरौली सीट से कुन्दन पाण्डेय को मैदान में उतारा गया था। कुन्दन पाण्डेय अपने विस्थापित नेता भी मानते है। लेकिन इस चुनाव में जनता ने उन्हे सबक सिखा दिया। कुन्दन पाण्डेय इसके पहले सिंगरौली विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी किस्मत अजमा चुके है। लेकिन इस बार जनता ने उन्हे पीछले चुनाव से भी कम मत दिया।

ऐतिहासिक जीत पर भाजपा में जश्न का माहौल

सुबह से ही चल रही मतगणना के बीच दोपहर तक प्रदेश में भाजपा की लहर और सिंगरौली की तीनों विधानसभा की स्थिति साफ हो चली थी। प्रचंड बहुमत से मिल रही जीत को देखते हुए भाजपाइयों में जश्न का माहौल था। दोपहर बाद ढोल नगाड़े और डीजे लेकर भाजपाई सड़कों पर दिखने लगे। देर शाम तक सिंगरौली जिले के सभी क्षेत्रों में भाजपा का जश्न जारी रहा। कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ डीजे की धुन पर नाचते गाते पटाखे फोड़ते और पार्टी का गुणगान करते रहे। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष राम सुमिरण गुप्ता ने भी जिले में प्रचंड बहुमत को लेकर सभी को धन्यवाद दिया।